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मिशन कर्मयोगी को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह ने कही ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने केंद्रीय कैबिनेट से मंजूर हुई योजना ‘मिशन कर्मयोगी’ (Mission Karmayogi) को सरकारी मानव संसाधन प्रबंधन में मौलिक सुधार करने वाला बताया है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने केंद्रीय कैबिनेट से मंजूर हुई योजना ‘मिशन कर्मयोगी'(Mission Karmayogi) को सरकारी मानव संसाधन प्रबंधन में मौलिक सुधार करने वाला बताया है। उन्होंने इस योजना के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज मंत्रिमंडल में सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए अनुमोदित हुए राष्ट्रीय कार्यक्रम से सरकारी मानव संसाधन प्रबंधन प्रथाओं में मौलिक सुधार होगा। यह सिविल सेवकों की क्षमता बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे के पैमाने और स्थिति का उपयोग करेगा।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण मंच (आईजीओटी) मानव संसाधन प्रबंधन और निरंतर सीखने में मदद करेगा। मिशन कर्मयोगी का मकसद सिविल सेवकों को भविष्य में पारदर्शिता, प्रौद्यौगिकी के माध्मय से अधिक रचनात्मक और परिवर्तनात्मक बनाना है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सरकारी बाबुओं को और अधिक पेशेवर(प्रोफेशनल) बनाने के लिए मिशन कर्मयोगी को मंजूरी मिली। इस योजना के तहत सिविल सेवकों को अब कल्पनाशील और नवाचारी (इनोवेटिव), पेशेवर और प्रगतिशील, एनर्जेटिक(ऊजार्वान) और चमत्कारी, पारदर्शी एवं तकनीक युक्त, रचनात्मक और सृजनात्मक बनाने की तैयारी है। सिविल सेवकों के लिए ट्रेनिंग के स्टैंडर्ड को भी बढ़ाया जाएगा।

गृहमंत्री अमित शाह ने मिशन कर्मयोगी को बताया 21 वीं सदी का ऐतिहासिक सुधार

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि मोदी सरकार भविष्यमुखी सिविल सेवा निर्माण के प्रति प्रतिबद्ध है। सिविल सर्विसेज में संरचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए कैबिनेट की ओर से मिशन कर्मयोगी को मंजूरी देने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। कहा है कि यह समग्र और विस्तृत योजना व्यक्तिगत के साथ-साथ संस्थागत क्षमता के निर्माण पर केन्द्रित होगी।

Amit Shah Namste

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा , “यह 21वीं सदी के लिए एक ऐतिहासिक सुधार है जो अलग-अलग काम करने की संस्कृति को समाप्त कर, एक नई कार्य संस्कृति की शुरूआत करेगा। व्यवस्था में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लक्ष्य आधारित और निरंतर प्रशिक्षण व्यवस्था से सिविल सेवक सशक्त व संवेदनशील बनेंगे।”

गृहमंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि “यह सुधार सरकारी कर्मचारियों को अपना प्रदर्शन बेहतर करने का तंत्र प्रदान करने के साथ ही उन्हें न्यू इंडिया की अपेक्षाओं को साकार करने योग्य भी बनायेगा। मोदी सरकार भविष्य की जरूरतों के मद्देनजर सिविल सर्विसेज को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। “