
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने कार्यों से यह साबित कर दिया कि वे केवल बातों के नहीं, बल्कि कर्मों के नेता हैं। 26 जनवरी को देश के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर जब कर्तव्यपथ पर परेड की तैयारियां हो रही थीं, तब पीएम मोदी ने एक ऐसा उदाहरण पेश किया जिसे देखकर हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करने के लिए सलामी मंच की ओर जा रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर कर्तव्यपथ पर पड़े कचरे पर पड़ी। बिना किसी हिचकिचाहट के, उन्होंने तुरंत वहां पड़ा कचरा उठाया और उसे कर्तव्यपथ से हटाया। यह दृश्य स्पष्ट रूप से दिखाता है कि पीएम मोदी न केवल स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व करते हैं, बल्कि इसे अपने जीवन में पूरी ईमानदारी से अपनाते भी हैं।
कथनी और करनी में नहीं है कोई अंतर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा देशवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया है। उनका मानना है कि एक स्वच्छ भारत ही एक स्वस्थ भारत की नींव रख सकता है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि वे जो संदेश देते हैं, उसे पहले खुद पर लागू करते हैं। गणतंत्र दिवस पर जहां परेड से पहले देश के वीर जवानों ने अपने अद्भुत प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया, वहीं पीएम मोदी का यह साधारण परंतु प्रेरणादायक कार्य देशवासियों के दिलों को छू गया। इसका वीडिओ भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
PM Modi demonstrated the importance of cleanliness by picking up waste while receiving the Vice President. | #WATCH@sagarikamitra26 with details. pic.twitter.com/fWMlVXidN8
— TIMES NOW (@TimesNow) January 26, 2025
स्वच्छता अभियान को प्रधानमंत्री ने दी है नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम ने स्वच्छ भारत अभियान को और मजबूती दी है। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर सफाई का उदाहरण प्रस्तुत किया हो। इससे पहले भी वे कई मौकों पर खुद झाड़ू उठाकर सफाई करते नजर आए हैं।
देशवासियों के लिए संदेश
प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम हर भारतीय को यह सीख देता है कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। यदि हर व्यक्ति इस छोटे-से प्रयास को अपनी दिनचर्या में शामिल कर ले, तो देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है। पीएम मोदी ने अपने आचरण से यह साबित कर दिया कि नेतृत्व केवल आदेश देने से नहीं होता, बल्कि उदाहरण प्रस्तुत करने से होता है। गणतंत्र दिवस के इस विशेष अवसर पर उनका यह कार्य सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा है। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है, और यही बात उन्हें देश के सबसे प्रेरणादायक नेताओं में शामिल करती है।