लॉकडाउन बढ़ाने से पहले क्या पीएम मोदी ने कोविड-19 टास्क फोर्स से नहीं ली थी सलाह? जानिए सच्चाई
दरअसल एक समाचार पत्रिका ने इस बात का दावा किया है कि पीएम मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने से पहले कोविड-19 के 21 सदस्यीय वैज्ञानिकों के टास्क फोर्स से परामर्श नहीं किया और उनसे चर्चा के बगैर ही लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला कर लिया।
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को नियंत्रित करने के लिए देशभर में लॉकडाउन 19 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया। यानी अब देश में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए इस बात की घोषणा की थी। इस बीच लॉकडाउन से जुड़ी कुछ गलत खबरें भी सामने आने लगी हैं।
दरअसल एक समाचार पत्रिका ने इस बात का दावा किया है कि पीएम मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने से पहले कोविड-19 के 21 सदस्यीय वैज्ञानिकों के टास्क फोर्स से परामर्श नहीं किया और उनसे चर्चा के बगैर ही लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला कर लिया। आपको बता दें पत्रिका का ये दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ है। इसकी बात की पुष्टि खुद पीआईबी ने ट्विटर के जरिए दी है।
पीआईबी इंडिया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘दावा- एक समाचार पत्रिका द्वारा दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने से पहले कोविड-19 के 21 सदस्यीय वैज्ञानिकों के टास्क फोर्स से परामर्श नहीं किया था। वास्तविकता- सभी निर्णय टास्क फोर्स से सलाह लेने के बाद लिए गए हैं।’
#PIBFactCheck
Claim : A news magazine has claimed that PM @narendramodi did not consult the 21-member scientific #COVID taskforce before extending the lockdownReality : All decisions were taken after consulting the taskforce. Here are the facts :https://t.co/dIBH0I24g9
— PIB India ?? #StayHome #StaySafe (@PIB_India) April 15, 2020
इसके साथ ही इस मामले में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भी ट्वीट किया है। आईसीएमआर ने ट्वीट कर कहा, ‘एक मीडिया रिपोर्ट में कोविड-19 टास्क फोर्स को लेकर झूठा दावा किया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि पिछले महीने में 14 बार टास्क फोर्स ने मुलाकात की है और सभी फैसलों में टास्क फोर्स के सदस्य शामिल होते हैं। कृपया ऐसी अफवाहों से बचें।
There is a media report which makes false claims about the COVID-19 Task Force. The fact is that the task force met 14 times in the last month and all decisions taken involve the members of the task force. Please avoid such conjectures. #COVID2019india #IndiaFightsCorona
— ICMR (@ICMRDELHI) April 15, 2020
बता दें भारत में अभी तक 11,000 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, जबकि 350 से ज्यादा लोग इसके चलते अपनी जान गंवा चुके हैं।