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Chess Olympiad: पीएम मोदी ने चेस ओलंपियाड का किया उद्घाटन, जानिए उनके संबोधन की मुख्य बातें

उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि, यह बेहतरीन दिमाग, जीवंत संस्कृति और दुनिया की सबसे पुरानी भाषा, तमिल का घर है. खेल सुंदर है क्योंकि इसमें एकजुट करने की शक्ति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि खेल लोगों को करीब में लाता है। यह लोगों में टीम वर्क की भावना पैदा करता है। बता दें कि ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक मामल्लापुरम के पुंजेरी गांव में होने वाला है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चेन्नई में चेस ओलंपियाड का उद्घाटन किया है। इस अवसर पर शतरंज के बादशाह कहे जाने वाले विश्वनाथन आनंद ओलंपियाड की मशाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सौंपते हुए नजर आए। इसके बाद मशाल को अन्य भारतीय खिलाड़ियों को दे दिया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में क्या कुछ कहा है। आइए, आपको विस्तार से बताते हैं।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, ‘भारत में हो रहे 44वें ओलंपियाड के मौके पर मैं आप सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं। शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट आज भारत में हो रहा है। इस बात की मुझे खुशी है। मुझे इस बात की खुशी है कि भारत के साथ-साथ अन्य देशों के खिलाड़ी भी इसमें जमकर हिस्सा ले रहे हैं।

उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि, यह बेहतरीन दिमाग, जीवंत संस्कृति और दुनिया की सबसे पुरानी भाषा, तमिल का घर है. खेल सुंदर है क्योंकि इसमें एकजुट करने की शक्ति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि खेल लोगों को करीब में लाता है। यह लोगों में टीम वर्क की भावना पैदा करता है। बता दें कि ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक मामल्लापुरम के पुंजेरी गांव में होने वाला है। इस दौरान लोगों ने पीएम मोदी का जमकर स्वागत किया है। भारी संख्या में लोग उनकी गाड़ियों की आवाभगत करते हुए नजर आए थे।