नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर्नाटक के राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक बार फिर कोरोना योद्धाओं के साथ हिंसा और दुर्व्यवहार को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि, मैं इसे स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ हिंसा, दुर्व्यवहार और हिंसा, दुर्व्यवहार और अशिष्ट व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। कोविड-19 के खिलाफ भारत की इस लड़ाई के पीछे चिकित्सा समुदाय और हमारे कोरोना योद्धाओं की कड़ी मेहनत है। वास्तव में डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी सैनिक ही हैं वो भी बिना किसी सैनिक की वर्दी के। हमने देखा कि लॉकडाउन के दौरान देश के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें आईं थीं जब कई जगह डॉक्टर्स और मेडिकल टीम को हिंसा का सामना करना पड़ा। हालांकि केंद्र सरकार इसके खिलाफ कड़ा कानून भी लेकर आई।
I want to state it clearly- violence, abuse and rude behaviour against front-line workers is not acceptable: PM Narendra Modi pic.twitter.com/wVVBBvCo1X
— ANI (@ANI) June 1, 2020
पीएम मोदी ने कहा, ’25 साल मतलब राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज अपने युवा होने के चरम पर है। यह उम्र और भी बड़ा सोचने और बेहतर करने की है। मुझे विश्वास है कि विश्वविद्यालय आने वाले समय में उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा।’
इस मौके पर पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘आयुष्मान भारत- विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना भारत की है। 2 वर्षों से भी कम समय में इस योजना से 1 करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं। महिलाओं और गांवों में रहने वाले इस योजना के प्रमुख लाभार्थियों में शामिल हैं। देश ने 22 और AIIMS की स्थापना में तेजी से प्रगति देखी है। पिछले पांच वर्षों में हम MBBS में 30,000 से अधिक और स्नातकोत्तर में 15,000 सीटों को जोड़ने में सक्षम हुए हैं।
Ayushman Bharat- the world’s largest healthcare scheme belongs to India. In less than 2 years, 1 crore people have benefitted from this scheme.Women and those staying in villages are among the major beneficiaries of this scheme: PM Narendra Modi pic.twitter.com/PaHF2jAQ28
— ANI (@ANI) June 1, 2020