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कोरोना के खिलाफ कड़ा प्रहार, PM मोदी ने किया दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू

Corona Vaccination: कोरोना महामारी के खिलाफ आज भारत को सबसे बड़ा हथियार मिलने वाला है। दरअसल शनिवार को देश में कोविड-19 के टीके की खुराक दिए जाने के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है।

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ आज भारत को सबसे बड़ा हथियार मिल गया है। शनिवार को देश में  दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वर्चुअल संबोधन के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की। पूरे देश में एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।

अपडेट-

एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि मुझे वैक्सीन लगी। मैं उम्मीद करता हूं कि जब लोगों की वैक्सीन लगवाने की बारी आए तो ज़्यादा से ज़्यादा लोग आगे आएं ताकि हम मृत्यु दर को कम कर सकें और संक्रमण को फैलने से रोक पाएं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर अस्पताल में चल रहे वैक्सीनेशन का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा, “भारत ने दुनिया की सबसे सफल वैक्सीन बनाई है, आज बलरामपुर अस्पताल में कुल 102 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी। अब तक 15 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है।”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में देहरादून के राजकीय दून मेडिकल काॅलेज में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा, “उत्तराखंड में टीकाकरण की 33 सेशन साइट हैं और पहले चरण में हमारे 50,000 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगेगी।”

एम्स में वैक्सीन लगवाने वाले पहले सफाई कर्मचारी मनीष कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है, वैक्सीन लगने से मुझे कोई झिझक नहीं होगी और मैं अपने देश की और सेवा करता रहूंगा। लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मेरे मन में जो डर था वो भी निकल गया। सबको वैक्सीन लगवानी चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने LNJP अस्पताल पहुंचकर वैक्सीनेशन का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा, “आज 8,100 लोगों को वैक्सीन लगेगी। मैं सब लोगों को कहना चाहता हूं कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, एक्सपर्ट का कहना है कि कोई चिंता की बात नहीं है, वैक्सीन सुरक्षित है।”

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ.हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई पहले ही जीत के रास्ते पर है और वैक्सीन को संजीवनी की तरह याद रखा जाएगा। ये(वैक्सीनेशन) एक बहुत बड़ी एक्सरसाइज है और ये कोरोना के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, दिल्ली में आज से वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। 81 केंद्रों पर यह वैक्सीनेशन एक साथ शुरू की गई है जिसमें ज़्यादातर अस्पताल हैं। एक केंद्र पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। कुल मिलाकर आज 8100 लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना है।

जम्मू-कश्मीर: जम्मू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वैक्सीनेशन की शुरूआत हुई। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया, “यह ऐतिहासिक दिन है। उम्मीद है कि पहला चरण हम समय सीमा के भीतर पूरा कर लेंगे। जब दूसरा चरण शुरू होगा तो उसे भी पूरा करके स्वस्थ जम्मू-कश्मीर बनाएंगे।”

दिल्ली: बीजेपी नेता विजय गोयल ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वैक्सीनेशन शुरू होने पर स्वास्थ्यकर्मियों को फूल देकर सम्मानित किया।

गुजरातः अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ, इस दौरान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद रहे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि, मुझे आज बहुत खुशी है, वैक्सीन #COVID19 के खिलाफ जंग में संजीवनी का काम करेगी। भारत ने पहले पोलियो और चेचक के खिलाफ जंग जीती है और अब भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच चुका है।

 

महाराष्ट्र: मुंबई के कॉपर अस्पताल में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ।

दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ.हर्षवर्धन और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की मौजूदगी में एम्स में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ।

मास्क, 2 गज की दूरी और साफ सफाई ये टीके के दौरान भी और बाद में भी जरूरी रहेंगे। टीका लग गया तो इसका अर्थ ये नहीं कि आप बचाव के दूसरे तरीके छोड़ दें। अब हमें नया प्रण लेना है – दवाई भी, कड़ाई भी।

भारत की वैक्सीन, हमारी उत्पादन क्षमता पूरी मानवता के हित में काम आए, ये हमारी प्रतिबद्धता है। ये टीकाकरण अभियान अभी लंबा चलेगा, हमें जन जन के जीवन को बचाने में योगदान देने का मौका मिला है।

हमारे डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स, इन्होंने मानवता के प्रति अपने दायित्व को प्राथमिकता दी। इनमें से अधिकांश तब अपने बच्चों, अपने परिवार से दूर रहे।

DRDO, इसरो और फौज से लेकर किसान और श्रमिक तक सभी एक संकल्प के साथ कैसे काम कर सकते हैं ये भारत ने दिखाया है। 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी, पर फोकस करने वालों में भी भारत अग्रणी देशों में रहा।

उन्होंने एक-एक जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन आहुत कर दिया। इसलिए आज कोरोना का पहला टीका स्वास्थ सेवा से जुड़ लोगों को लगाकर एक तरह से समाज अपना ऋण चुका रहा है। ये टीका उन सभी साथियों के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की आदरांजली भी है।

आज जब हमने वैक्सीन बना ली है, तब भी भारत की तरफ दुनिया आशा और उम्मीद की नजरों से देख रही है। जैसे जैसे हमारा टीकाकरण अभियान आगे बढ़ेगा, दुनिया के अनेक देशों को हमारे अनुभव का लाभ मिलेगा।

जनता कर्फ्यू, कोरोना के विरुद्ध हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ। जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया।

17 जनवरी, 2020 वो तारीख थी, जब भारत ने अपनी पहली एडवायजरी जारी कर दी थी। भारत दुनिया के उन पहले देशों में से था जिसने अपने एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी।

PM Narendra Modi

भारत ने 24 घंटे सतर्क रहते हुए, हर घटनाक्रम पर नजर रखते हुए, सही समय पर सही फैसले लिए। 30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मामला मिला, लेकिन इसके दो सप्ताह से भी पहले भारत एक हाई लेवल कमेटी बना चुका था।

हम दूसरों के काम आएं, ये निश्वार्थ भाव हमारे भीतर रहना चाहिए। राष्ट्र सिर्फ मिट्टी, पानी, कंकड़, पत्थर से नहीं बनता। बल्कि राष्ट्र का मतलब होता है हमारे लोग।

संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, देश वासियों ने कभी आत्मविश्वास खोया नहीं। जब भारत में कोरेाना पहुंचा तब देश में कोरोना टेस्टिंग की एक ही लैब थी, हमने अपने सामर्थ्य पर विश्वास रखा और आज 2,300 से ज्यादा नेटवर्क हमारे पास है।

भारत की वैक्सीन ऐसी तकनीक पर बनाई गई है जो भारत में tried और tested है। ये वैक्सीन स्टोरेज से लेकर transportation तक भारतीय स्थितियों और परिस्थितियों के अनुकूल हैं। यही वैक्सीन भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत दिलाएगी।

भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीन की तुलना में बहुत सस्ती हैं और इनका उपयोग भी उतना ही आसान है। विदेश में तो कुछ वैक्सीन ऐसी हैं जिसकी एक डोज 5,000 हजार रुपये तक में हैं और जिसे -70 डिग्री तापमान में फ्रीज में रखना होता है।

हर हिंदुस्तानी इस बात का गर्व करेगा की दुनिया भर के करीब 60% बच्चों को जो जीवन रक्षक टीके लगते हैं, वो भारत में ही बनते हैं। भारत की सख्त वैज्ञानिक प्रक्रियाओं से होकर ही गुजरते हैं।

कोरोना से हमारी लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है। इस मुश्किल लड़ाई से लड़ने के लिए हम अपने आत्मविश्वास को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, ये प्रण हर भारतीय में दिखा।

भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारा मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है। हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है।

PM Narendra Modi

हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है।

दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा। आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका।

इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है।

मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी।

भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित है। जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा।

PM Narendra Modi

अब से कुछ ही मिनट बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। मैं सभी देशवासियों को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

आज के दिन का पूरे देश को बेसब्री से इंतेजार रहा है। कितने महीनों से देश के हर घर में बच्चे, बूढ़े, जवान सभी की जुबान पर ये सवाल था कि कोरोना वैक्सीन कब आएगी। अब वैक्सीन आ गयी है, बहुत कम समय में आ गई है।

असम: देशभर में आज से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के मद्देनज़र गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज को फूलों से सजाया गया है। देश में आज 3,006 साइट पर वैक्सीनेशन किया जाएगा और हर साइट पर 100 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

दिल्लीः आज से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम को देखते हुए लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल को सजाया गया है, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज LNJP अस्पताल का दौरा करेंगे। LNJP अस्पताल के एमडी ने बताया, “वैक्सीन को लेकर हमारे डाॅक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी बहुत उत्साहित हैं।”

उत्तर प्रदेश: देश में आज से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के लिए वाराणसी के BHU अस्पताल में तैयारियां चल रही हैं। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, “आज यहां लगभग 100 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। हम कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर 25-25 के स्लॉट में लोगों को वैक्सीन लगाएंगे।”

पंजाबः देश में आज से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के लिए अमृतसर के सिविल अस्पताल में तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देशभर में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।

तेलंगानाः देशभर में आज से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम से पहले हैदराबाद के नामपल्ली इलाके के कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर को सजाया गया है। देश में आज 3,006 साइट पर वैक्सीनेशन किया जाएगा।