काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोलने के लिए प्रधानमंत्री से की गई अपील

कर्नाटक में 1 जून से मंदिरों को खोलने की अनुमति के बाद वाराणसी में द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वोपरि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को खोलने की मांग उठने लगी है।

Avatar Written by: May 28, 2020 3:26 pm

नई दिल्ली। मार्च के महीने में कोरोनावायरस का खतरा जब बढ़ा तो एहतियातन केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया। हर तरह की आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक गतिविधि पर रोक लगा दी गई। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को महत्व दिया जाने लगा। जिसकी वजह से मंदिरों में भी पूजा अर्चना बंद कर दी गई, मस्जिदों में सामूहिक अजान रुक गई।

लेकिन लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही सबकुछ सही हो जाएगा। लेकिन अबतक ऐसा नहीं हुआ है। इस बीच कर्नाटक में 1 जून से मंदिरों को खोलने की अनुमति के बाद वाराणसी में द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वोपरि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को खोलने की मांग उठने लगी है।

kashi vishvanath

इसके लिए अब महंत परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्य के धर्मार्थ मंत्री और विश्वनाथ मंदिर प्रशासन को पत्र लिखने की तैयारी में है। महंत परिवार की मांग है कि विश्वनाथ मंदिर के कपाट गंगा दशहरा के शुभ अवसर 1 जून से आम भक्तों के लिए खोल दिए जाएं।

काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा, ‘मेरा अनुरोध यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और मंदिर प्रशासन से है कि 1 जून गंगा दशहरा के दिन, जिस दिन गंगा अवतरित हुई थीं, मंदिर को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए खोला जाए। ऐसा करने से ये संक्रमण काल खत्म हो जाएगा। क्योंकि भक्त के बिना न तो बाबा विश्वनाथ और बाबा विश्वनाथ के बगैर भक्त रह नहीं पा रहे हैं।’

डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा, ‘कर्नाटक में मंदिरों का खुलना अलग विषय है, लेकिन काशी मंदिरों का शहर है और यहां सभी जगह अद्भूत मंदिर विद्यमान हैं। चूंकि गंगा दशहरा पर सारे शुभ कार्य शुरू होते हैं। इसलिए उसी दिन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएं।’ उन्होंने कहा कि उनके आग्रह को आदेश के रूप में लिया जाए। क्योंकि मंदिर का महंत आदेश देता है। मंदिर के बहुत दिनों से बंद होने से लोग बहुत व्यथित हैं।

डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा, काशी विश्वनाथ मंदिर खोले जाने को लेकर वे यूपी के सीएम, यूपी के धर्मार्थ मंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंदिर प्रशासन को भी पत्र लिखने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का वाराणसी संसदीय क्षेत्र है। इसलिए उनसे भी आग्रह करता हूं कि गंगा दशहरा के पुनीत तिथि पर बाबा काशी विश्वनाथ का कपाट आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया जाए।

उन्होंने कहा कि जब लखनऊ में मॉल और मदिरालय खोले जा सकते हैं तो देवालय क्यों नहीं खोल देना चाहिए? और मेरा दावा है कि देवालय खोलने से संक्रमण के रूप में आई विपत्ति दूर हो जाएगी। इसका खात्मा बाबा विश्वनाथ ही अपने त्रिशूल से कर सकते हैं।