नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनका स्वागत करेंगी। इस बीच नागरिकता संशोधन कानून पर 13 जनवरी को दिल्ली में होने वाली विपक्ष की बैठक से ठीक एक दिन पहले ममता बनर्जी रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करेंगी। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून पर तृणमूल कांग्रेस के विरोध के बीच दोनों का पहली बार आमना-सामना होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर अपने पश्चिम बंगाल दौरे की जानकारी दी है। पीएम मोदी ने दौरे पर रवाना होने से पहले ट्वीट किया, ‘मैं आज और कल के अपने पश्चिम बंगाल दौरे को लेकर उत्साहित हूं। इस दौरान मुझे स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर रामकृष्ण मिशन जाने का भी मौका मिलेगा। इस स्थान पर कुछ खास है।’ यही नहीं पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में रामकृष्ण मिशन के ही स्वामी आत्मास्थानंद को भी याद किया। उन्होंने कहा कि इस मौके पर उनकी कमी खलेगी। उन्होंने ही मुझे जन सेवा ही प्रभु सेवा की सीख दी थी।
Yet, there will be a void too! The person who taught me the noble principle of ‘Jan Seva Hi Prabhu Seva’, the venerable Swami Atmasthananda Ji will not be there. It is unimaginable to be at the Ramakrishna Mission and not have his august presence!
— Narendra Modi (@narendramodi) January 11, 2020
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न सिर्फ विपक्ष की बैठक से खुद को अलग किया बल्कि उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा में साफ शब्दों में कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह अकेले ही लड़ेंगी। इसी दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय परिसरों में हिंसा और सीएए के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 13 जनवरी को बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक के बहिष्कार की घोषणा भी की।
पीएम मोदी रविवार को कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह में शामिल होंगे। इसके अलावा पीएम मोदी अन्य धरोहर इमारतों को भी राष्ट्र को समर्पित करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को प्रधानमंत्री कोलकाता में चार धरोहर इमारतों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।