नई दिल्ली। बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि माननीय राष्ट्रपति जी ने न्यू इंडिया का विजन अपने अभिभाषण में प्रस्तुत किया है। 21वीं सदी के तीसरे दशक का माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा व प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर भारत का मुकुटमणि है। कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और अलगाववाद की बना दी गई थी। 19 जनवरी 1990 की वो काली रात को कुछ लोगों ने कश्मीर की पहचान को दफना दिया था। कश्मीर की पहचान सूफी परंपरा और सर्व पंथ समभाव की है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र आने पर पीएम मोदी ने कहा कि पहले कश्मीर की पहचान बम, बंदूक और आतंकवाद बना कर रख दी गई थी। उन्होंने कहा कि 1990 में ही कश्मीर की पहचान को दफना दिया गया था। जब वहां से कश्मीरी पंडितों को भागना करना पड़ा था। पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर की पहचान सूफीवाद थी।
शशि थरूर पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि आप तो कश्मीर के आप दामाद रहे हो, आपको तो वहां की बेटियों के बारे में सोचना चाहिए था. पीएम ने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि 370 हटाने के बाद आग लग जाएगी। कितने बड़े भविष्यवत्ता थे वे। पीएम ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के बयान का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री कहा कि वे संविधान बचाओ का जिक्र करने वाले लोगों से पूछना चाहते हैं कि देश में आपातकाल किसने लागू किया। न्यायपालिका की गरिमा पर आघात किसने पहुंचाया। संविधान में सबसे ज्यादा संशोधन किसने किया। जिन लोगों ने ये सब किया है उन्हें संविधान को याद रखने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि एनएसी के जरिये रिमोट कंट्रोल सरकार कौन लेकर आया, जिसका सरकार चलाने में पीएम और पीएमओ से बड़ा रोल था। भारत के लोग देख रहे हैं कि देश में संविधान के नाम पर क्या हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब विपक्ष मुझसे पूछता है कि ये काम क्यों नहीं हुआ है, तो इसे मैं आलोचना नहीं समझता हूं, बल्कि इसे मैं आलोचना मानता हूं।क्योंकि आपने विश्वास जताया है और आपने ये समझा है कि करेगा तो यही करेगा। पीएम ने कहा कि मैं सब कुछ करूंगा, लेकिन एक काम नहीं करूंगा, और वो काम ये है कि मैं आपकी बेरोजगारी कभी खत्म नहीं करूंगा।
पीएम मोदी ने कहा इस बार के बोडो समझौते में सभी हथियारी ग्रुप साथ आए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात इसके agreement में लिखा है कि इसके बाद बोडो की कोई मांग बाकी नहीं रही है। आज नई सुबह भी आई है, नया सवेरा भी आया है, नया उजाला भी आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, अगर कांग्रेस के रास्ते हम चलते ,तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। 35 साल बाद भी नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। 28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता।
पीएम मोदी ने कहा कि आपकी ही सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती। आपकी ही सोच अगर होती, तो करतापुर साहिब कोरिडोर कभी नहीं बन पाता। आपके ही के तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती।
पीएम मोदी ने कहा कि जब लोकसभा में आए तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने जयश्रीराम के नारे लगाए। इसके जवाब में विपक्ष के सांसदों ने महात्मा गांधी की जय के नारे लगाए। इसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये तो ट्रेलर है। इस पर पीएम ने कहा कि गांधी आपके लिए ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिए तो जिंदगी हैं।
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है, केवल ऐसा नहीं है, बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है। इस देश की एक नई सोच के साथ काम करने की इच्छा और अपेक्षा के कारण हमें यहां आकर काम करने का अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कुछ पंक्तियां पढ़ी। पीएम मोदी ने सर्वेश्वर दायल को उद्धृत करते हुए कहा-लीक पर वे चलें जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं। हमें तो जो हमारी यात्रा से बने, ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं।