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इमरजेंसी पर पीएम मोदी का बड़ा बयान, देखिए ट्वीट संदेश में कही ये बात

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था। उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन! उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा।’

नई दिल्ली। देश में आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है। उन्होंने आपातकाल को भारतीय इतिहास का काला अध्याय बताया। बता दें कि इससे पहले इमरजेंसी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को लताड़ लगाते हुए कहा कि एक परिवार के सत्ता के प्रति लालच ने देश में आपातकाल लागू कराया। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को आत्मचिंतन की नसीहत भी दे डाली।

PM Narendra Modi

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था। उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन! उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट के साथ मन की बात का अंश शेयर किया, जिसमें वह आपातकाल के बारे में बता रहे हैं। पीएम मोदी इसमें कहते हैं, ”जब देश में आपातकाल लगाया गया तो उसका विरोध केवल राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, जेल की सलाखों तक आंदोलन सिमट नहीं गया था, जन-जन में आक्रोश था। खोए हुए लोकतंत्र की एक तड़प थी।”

Narendra Modi

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने एक के बाद एक कई सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए कांग्रेस पर हमला बोला। अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा , ’45 साल पहले इस दिन सत्ता की लालच में एक परिवार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया। प्रेस, अदालतें, मुक्त भाषण … सब खत्म हो गए, गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए।’

Amit Shah Sonia And Rahul Gandhi

अमित शाह ने कहा कि लाखों लोगों की जद्दोजहद की वजह से आपातकाल तो खत्म हो गया, लेकिन कांग्रेस पार्टी में यह मानसिकता अभी भी कायम है। एक परिवार की इच्छा पूरी पार्टी पर भारी पड़ती है।

गौरतलब है कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक यानी 21 महीने के लिए देश में आपातकाल लगाया गया था। इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर तत्कालीन राष्ट्रपति फखरूद्दीन अली अहमद ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी।