Narendra Modi: काशीवासियों को दिवाली से पहले पीएम मोदी देंगे तोहफा, 37 प्रोजेक्ट्स का करेंगे उद्घाटन
Narendra Modi: हमेशा की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को दीपावली का तोहफा देंगे। पीएम मोदी वर्चुअल तरीके से 19 परियोजनाओं का लोकार्पण और 18 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। लखनऊ से सीएम योगी और मुख्य सचिव भी इस संवाद में शामिल होंगे।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए कल सुबह करोड़ों रुपये लागत वाला दिवाली गिफ्ट देने वाले हैं। पीएम मोदी 9 नवंबर 2020 यानी सोमवार को वर्चुअल माध्यम से काशी में 614 करोड़ रुपये की लागत वाले 37 नए प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से वाराणसी के जिलाधिकारी ऑफिस को इसकी सूचना दे दी गई है। जिला प्रशासन अब प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों में जुट गया है। हमेशा की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को दीपावली का तोहफा देंगे। पीएम मोदी वर्चुअल तरीके से 19 परियोजनाओं का लोकार्पण और 18 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। लखनऊ से सीएम योगी और मुख्य सचिव भी इस संवाद में शामिल होंगे।
इस दौरान एक कारोबारी, खिलाड़ी और एक गृहणी से पीएम मोदी संवाद करेंगे। 19 परियोजनाओं के लोकार्पण में लगभग 232 करोड़ रुपयों की लागत आएगी। जबकि 18 शिलान्यास वाली परियोजनाओं में लगभग 465 करोड़ रुपये की लागत आई है।
खास बात यह है कि ये सभी 19 परियोजनाएं कोरोनाकाल में पूरी हुई हैं। इसमें भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ के धामेख स्तूप पर महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज में लाइट और साउंड का शो मुख्य आकर्षण का केंद्र है। जिसको वर्चुअल जनसभा कहा जा रहा है। खास बात ये है कि पीएम मोदी पहली बार काशी से वर्चुअल जनसभा का नया प्रयोग करेंगे।
बता दें कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस समय 9,000 करोड़ रुपये के 135 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लखनऊ से वर्चुअल तौर पर जुड़ेंगे। बता दें कि आज गुजरात को बड़ा तोहफा देते हुए पीएम मोदी ने हजीरा में रो-पैक्स टर्मिनल का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज घोघा और हजीरा के बीच रोपैक्स फेरी सर्विस शुरू होने से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के लोगों का वर्षों का इंतजार खत्म हो गया है।