नई दिल्ली। जब कभी-भी पीएम मोदी विदेश दौरे पर जाते हैं, तो हिंदुस्तान के साथ-साथ विदेशों के सियासी गलियारों में भी चर्चागोशियों का बाजार गुलजार हो जाता है। तरह-तरह की बातें होने लगती हैं। खबरों की कायनात में जहां उनके नाम सुर्खियों का सैलाब उमड़ने लगता है, तो वहीं विदेश मामलों के जानकारों की सक्रियता भी अपने चरम पर पहुंच जाती है। वहीं आज यानी की सोमवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय विदेश के तहत सबसे पहले जर्मनी के बर्लिन पधारे। इस दौरान जहां वे असंख्य प्रवासी भारतीयों से मुखातिब हुए, तो वहीं जर्मनी के चांसलर से भी औपचारिक भेंट की। खैर, इस मुलाकात के दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपनी राय जगजाहिर की है। हम आपको उनके द्वारा जाहिर किए गए प्रत्येक राय से अवगत कराएंगे, लेकिन उससे पहले हम आपको जिस बड़ी ही दिलचस्प खबर से रूबरू कराने जा रहे हैं। चलिए, अब इस खबर के मुखड़े की शुरुआत करें, उससे पहले हम आपको दिखाते हैं, वो तस्वीर, जो अगर सुर्खियों के सैलाब में गोता लगा रही है, तो उसकी वजह कोई और नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, चलिए बताते हैं सबकुछ।
चलिए पहले देखिए ये तस्वीर
कुछ समझ में आया है। पहचाने इस तस्वीर में कौन है। जरा दिमाग में जोर डालिए। आ जाएगा याद। अगर नहीं भी आ रहा है, तो घबराइए मत। हम आपको बताते हैं कि इस तस्वीर में दिख रहा शख्स आखिर कौन है, तो आपको बताते चलें कि तस्वीर में दिख रहा शख्स कोई और नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी कूटनीति का डंका बजवाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं। जी हां….अब अगर आप इस तस्वीर को पहचान गए हों, तो आपको बताते चलें कि यह तस्वीर उस वक्त की है, जब पीएम मोदी बर्लिन दौरे पर गए थे। यह तस्वीर साल 1993 की है। उस वक्त वे गुजरात के सीएम थे। उस वक्त उनके साथ कुछ बड़े अधिकारी भी शामिल थे। जर्मनी दौरे के वक्त उस दौरान पीएम मोदी कई बड़े अधिकारियों से मुखातिब हुए थे। जिससे यह जाहिर होता है कि पीएम मोदी जर्मनी मसले की गहरी समझ है। बता दें कि उस वक्त जर्मनी दौरे के बाद पीएम मोदी यूएस दौरे पर गए थे। उस दौरान कई परिजनों से भी मुखातिब हुए थे। लेकिन आप यहां गौर करने वाली बात है कि तब में और अब में बहुत बड़ा फर्क आ चुके हैं। पहले नरेंद्र मोदी महज एक मुख्यमंत्री की हैसियत से जर्मनी पहुंचे थे, लेकिन आज वे एक प्रधानमंत्री की हैसियत से गए थे। कोई दो मत नहीं यह कहने कि आज की तारीख में उनके कांधे पर एक बड़ी जिम्मेदारी है।
बहरहाल, अभी यह तस्वीर सोशल मीडिया की दुनिया में काफी तेजी से वायरल हो रही है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। ध्यान रहे कि पीएम मोदी ऐसे वक्त में जर्मनी दौरे पर गए हैं, जब रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध का सिलसिला जारी है, लेकिन अपने संबोधन में पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि इस युद्ध से किसी का भी भला नहीं है। लिहाजा इस पर युद्ध पर विराम लगाई जाए। इसी में सभी की भलाई है। वहीं, जर्मन चांसलर ने इस युद्ध को लेकर रूस की भत्सर्ना उसे विराम लगाने की दिशा में कदम उठाने के लिए कहा है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में पीएम मोदी के दौरे के बाद दोनों ही देशों के द्विपक्षीय संबंधों में क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।