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चमचमा उठेंगे पीएम मोदी की काशी के ध्वस्त मंदिर, 14 कम्पनियां आईं आगे

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के समय ध्वस्त हुए मंदिरों का पुनर्निर्माण भव्य तरीके से होगा। काशी प्रशासन ने काशी विश्वनाथ प्रबंधन के साथ मिलकर इसकी भव्य योजना तैयार की है।

नई दिल्ली। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के समय ध्वस्त हुए मंदिरों का पुनर्निर्माण भव्य तरीके से होगा। काशी प्रशासन ने काशी विश्वनाथ प्रबंधन के साथ मिलकर इसकी भव्य योजना तैयार की है। इसके तहत काशी विश्वनाथ धाम निर्माण के दौरान हुए ध्वस्तीकरण के दौरान भवनों के बीच से निकले प्राचीन मंदिरों के संरक्षण के लिए 14 कंपनियों ने प्रस्तुतिकरण दिया।

काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिरों के कायाकल्प के लिए देशभर से कंपनियों को आमंत्रित किया गया था। इन कम्पनियों का प्रजेंटेशन मंगलवार को मंडलायुक्त कार्यालय में कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में हुआ । इसमें कंपनियों ने बताया कि वे किस तरह से प्राचीन मंदिरों को उनके मूल स्वरूप में बरकरार रखते हुए संवारने का काम करेंगी।

इसके साथ ही इन कम्पनियों ने 3D मैपिंग के प्रेजेंटेशन और मंदिरों के संरक्षण के लिए की जाने वाली बारीक नक्काशी के बारे में अपनी प्रस्तुति दी। इसके आधार पर कमेटी सदस्यों द्वारा कंपनियों का चयन कर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके ड्रीम प्रॉजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के तहत चल रहे ध्वस्तीकरण कार्य के दौरान कई प्राचीन मंदिर सामने आए थे। ये मंदिर घरों से निकले थे  इस दौरान 18वीं से 19वीं सदी के मध्य के कई अति प्राचीन मंदिर भी मिले थे।