नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) हर माह ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के जरिए देश की जनता से जुड़ते है। कार्यक्रम के माध्यम से वह देश की जनता से भी राय मांगते हैं। पीएम मोदी अपने कार्यक्रमों में कई सुझावों का जिक्र भी करते रहे हैं। पीएम मोदी के लोकप्रिय ‘मन की बात’ कार्यक्रम के श्रोता भी करोड़ों में है। हालांकि पीएम मोदी के इस कार्यक्रम को लेकर विपक्ष लगातार निशाना साधता रहा है। इतना ही नहीं विपक्ष एक आरोप सरकार के धन की बर्बादी का भी लगता रहा है। लेकिन इन सब के बीच प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ को लेकर एक आरटीआई (RTI) में बड़ा खुलासा हुआ है कि पीएम मोदी के ‘मन की बात’ के जरिए पैसों की बर्बादी नहीं बल्कि सरकार को इससे आमदनी हुई है।
जी हां, एक आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि पीएम मोदी के मासिक रेडियो प्रोग्राम मन की बात से अब तक 30 करोड़ रुपये की कमाई हो चुकी है।इतना ही नहीं RTI में रेडियो, टेलीविजन, ऑनलाइन और अन्य तरीके के विज्ञापनों पर हुए खर्च की भी जानकारी दी गई है कि इस कार्यक्रम के अखबारों में विज्ञापन पर कुल 7.29 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। जबकि इससे कई ज्यादा करीब तीन गुना इस कार्यक्रम की आय हुई है। इसके अलावा अन्य किसी भी साधन पर कोई खर्च नहीं किया गया है।
आरटीआई से जो आंकड़े सामने आए है उससे अब ये साफ हो गया है कि पीएम मोदी के मासिक प्रोग्राम को देश में कितना पंसद किया जा रहा है। वहीं आरटीआई के इस आंकड़े ने विपक्ष की बोलती बंद कर दी है जो कि लगातार पीएम मोदी पर पैसों की बर्बादी का आरोप लगाता रहा है, साथ ही विपक्ष के झूठ का भी पर्दाफाश हो गया है।
अनिकेत गौरव नाम के एक शख्स के आरटीआई के जरिए पूछे गए सवाल का जवाब सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले Bureau of Outreach & Communication विभाग ने दिया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी अपने इस मासिक रेडियो प्रोग्राम के जरिए विभिन्न जन सरोकार की बातें करते है। इसके अलावा वह लोगों से इस कार्यक्रम के मुद्दों को लेकर सुझाव भी मांगते। साथ ही समय-समय पर पीएम मोदी इस कार्यक्रम में लोगों से संवाद भी करते रहते हैं।