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Jharkhand: अंकिता हत्याकांड में बड़ी कामयाबी, आरोपी शाहरुख को पेट्रोल पहुंचाने वाला छोटू खान भी पहुंचा सलाखों के पीछे

Jharkhand: उधर, सीबीआई जांच की भी मांग की जा रही है। वहीं, इस पूरे मामले में कल तक चुप्पी साधने वाले हेमंत सोरेन भी अब अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि आरोपियों को कड़ी सजा कब तक होगी। हालांकि, खबर है कि त्वरित कार्रवाई करने हेतु मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी।

नई दिल्ली। दुमका जघन्य हत्याकांड मामले को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार अब सवालों के घेरे में आ चुकी है। बीजेपी हेमंत सोरेन पर हमलावर है। बीजेपी का आरोप है कि जिस वक्त इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया गया था, उस वक्त खुद को सियासी मोर्चे पर असुरक्षित महसूस कर रही हेमंत सोरेन सरकार पिकनिक बना रही थी, जिसे लेकर सोरेन अब सवालों के घेरे में आ चुके हैं। उधर, बीजेपी के निशाने पर आने के बाद हेमंत सोरेन सरकार ने पीड़िता के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवाजा देने का ऐलान किया है। वहीं, पूरे राज्यभर में उक्त हत्याकांड के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आक्रोशित लोग आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि अगर पीड़िता को समय पर उपचार उपलब्ध करवा दिया जाता, तो संभवत उसकी जान बच जाती।

इतना ही नहीं, इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद हेमंत सोरेन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने खुद गलती स्वीकार की है। उन्होंने अपनी सरकार की चूक स्वीकार करते हुए कहा कि अगर समय पर पीड़िता को उपचार हेतु पहुंचाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। बता दें कि पीड़िता की हालत गंभीर होने के बाद उसे रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पीड़िता आखिरी सांस तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही।

पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में अपने साथ हुई दरिंदगी के बारे में बताया था और पुलिस से यह भी गुहार लगाई थी कि जिसने उसके साथ ऐसा कुकृत्य किया है, उसे इससे भी ज्यादा बुरी मौत दी जाए। बता दें कि झारखंड पुलिस अब तक इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। ध्यान रहे कि बीते रविवार को ही अंकिता को पेट्रोल छिड़कर मौत के घाट उतारने वाले शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और आज एक और आरोपी छोटू खान को गिरफ्तार किया गया है। छोटू पर आरोप है कि उसी ने शाहरुख को पेट्रोल मुहैया करवाया था। पुलिस अब दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उधर, आक्रोशित लोगों की ओर से आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।

 

वहीं, सीबीआई जांच की भी मांग की जा रही है। इस पूरे मामले में कल तक चुप्पी साधने वाले हेमंत सोरेन भी अब अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि आरोपियों को कड़ी सजा कब तक होगी? हालांकि, खबर है कि त्वरित कार्रवाई करने हेतु मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। बीजेपी का आरोप है कि हेमंत सोरेन ने इस मामले में असंवेदनशीलता बरती है। बीजेपी के मुताबिक, उन्होंने इस संदर्भ में रविवार तक कोई ट्वीट तक नहीं किया था।

बता दें कि अंकिता ने शाहरुख के प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिसके बाद शाहरुख उसे बार-बार परेशान करने लगा। उससे बात करने की जिद्द करने लगा। अंकिता के बार-बार कहने पर भी शाहरुख उसे परेशान करना नहीं छोड़ रहा था। जिसके बाद शाहरुख ने अपनी क्रूरता की पराकाष्ठा को पार करते हुए अंकिता को पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। जिसके बाद उसे उपचार हेतु रिम्स अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अंकिता ने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया। अब इस पूरे मामले को लेकर सियासी मोर्चे पर हेमंत सोरेन सरकार सवालों के घेरे में आ चुकी है।