नई दिल्ली। पंजाब चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है कि अब प्रदेश में मतदान की तारीख 14 फरवरी नहीं, बल्कि 20 फरवरी तय कर दी गई है। चुनाव आयोग ने खुद सोमवार को इस बदलाव की जानकारी दी है। बता दें कि पहले 14 फरवरी को मतदान की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन विभिन्न सियासी दलों की तरफ से चुनाव की तिथि को आगे बढ़ाए जाने की मांग की जा रही थी, जिसे संज्ञान में लेते हुए पहले तो चुनाव आयोग की तरफ से कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की गई थी, लेकिन जब लगने लगा कि अब सियासी दलों की तरफ से दबाव बढ़ता जा रहा है, तब जाकर मतदान की तारीख बढ़ाने का फैसला किया गया है, अन्यथा पहले ये 14 फरवरी ही नियत की गई थी।
Punjab Assembly election will be held on 20th February: ECI pic.twitter.com/rPJTAt0OEn
— ANI (@ANI) January 17, 2022
बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर महज मतदान की तारीखों में ही बदलाव किया गया है, शेष सभी चुनावी गतिविधियां जस की तस बरकरार हैं। पंजाब चुनाव को लेकर नतीजों की घोषणा निर्धारित की गई तिथि 10 मार्च को ही होगी। वहीं, पंजाब सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविदास जयंती को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सियासी दलों की तरफ उक्त तिथि में बदलाव की मांग की जा रही थी।
बता दें कि पंजाब में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। बीजेपी, आप समेत अन्य सियासी दलों के सियासी सूरमा वहां अपनी सिय़ासी जमीन तलाशने में मसरूफ हैं। सियासी पंडितों की मानें तो इस चुनाव में मुख्तलिफ सियासी दलों के सूरमाओं के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। विगत दिनों जिस तरह फिरोजपुर में पीएम मोदी की निर्धारित की गई रैली को अवरूद्ध करने की दिशा में कुछेक शरारती तत्वों द्वारा उनकी जान को खतरे में डालने की कोशिश की गई थी, उसे आगामी चुनाव में बीजेपी की तरफ से मुद्दा बनाकर बीजेपी की तरफ से अन्य सियासी दलों के खिलाफ मोर्चा खोले जाने की कोशिश जारी है।
वहीं, आम आदमी पार्टी की बात करें, तो कांग्रेस की तुलना में इस चुनाव में उसकी सियासी स्थिति दुरूस्त मालूम पड़ती है। हालांकि, कांग्रेस की तरफ से सियासी मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में सारे प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें अपनी इस कोशिश में कहां तक सफलता मिल पाती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।