नई दिल्ली। पीएम मोदी अपने ग्रह राज्य गुजरात में पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने गांधीनगर में ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम में इफको, कलोल में निर्मित नैनो यूरिया संयत्र का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि अब यूरिया की एक बोरी में बिजली अब एक बोतल में संकुचित हो गई है। अब इससे परिवहन लागत कम हो जाएगी और हमारे देश के छोटे किसानों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने इस आयोजन के अवसर पर महंगे यूरिया पर की जाने वाली निर्भरता को कम करने के विकल्प को तलाशने पर बल देने की बात कही। गौरतलब है कि सहकारी उर्वरक कंपनी इफको द्वारा जो यह कारखाना स्थापित किया गया है इसकी क्षमता करीब 500 मलीलीटर की 1.5 लाख बोतल नैनो यूरिया बनाने की है। इसके अलावा भी वैज्ञानिक दूसरे प्रकार के नैनो उर्वरकों पर काम कर रहे हैं और आने वाले सालों तक उम्मीद जताई जा रही है कि किसानो को यूरिया के अलावा अन्य उर्वरक भी इस प्रकार के रूपों में प्राप्त हो सकेंगे।
पिछली सरकार ने नहीं दिखाई गंभीरता- पीएम मोदी
इसके बाद पीएम मोदी ने किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी पर बात करते हुए कहा- सरकार ने किसानों को सब्सिडी देकर वैश्विक बाजार के आघात से बचाए रखा है। साल 2021-22 में केंद्र सरकार ने किसानों को 1.60 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी थी, जो कि इस साल दो लाख करोड़ से ऊपर हो सकती है। इसके बाद मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या महंगे उर्वरकों का कोई समाधान नहीं निकल सकता है? क्योंकि यह सवाल आज की नहीं बल्कि देश में राज करने वाली पिछली सरकार के सामने भी था। उन्होंने इसको गंभीरता से नहीं लिया लेकिन हमने इस विषय को गंभीरता से लिया है। वर्तमान सरकार इस समय प्राकृतिक खेती को अपनाने के तरीकों पर ध्यान दे रही है और यही समाधान का एक हिस्सा भी हो सकता है।