newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Priyanka Gandhi : CM योगी को खत लिखकर प्रियंका ने जताई चिंता, कहा- युवा बहुत परेशान हैं, कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं

Priyanka Gandhi Letter to CM Yogi : कुछ दिन पहले 12,460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) को पत्र लिखकर युवाओं के प्रति चिंता जाहिर की है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में युवाओं के बेरोजगारी का मुद्दा अब रफ्तार पकड़ने लगा है। कुछ दिन पहले 12,460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर युवाओं के प्रति चिंता जाहिर की है। प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) ने लिखा कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का युवा बहुत परेशान और हताश है। कुछ दिन पहले ही मैंने 12,460 शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत की थी। इस शिक्षक भर्ती में 24 जिले शून्य जनपद घोषित थे यानी कि इन 24 जिलों में कोई जगह खाली नहीं खाली थी मगर इनके बच्चे अन्य जिलों की भर्तियों के लिए परीक्षा में शामिल हो सकते थे। इन बच्चों ने  परीक्षा दी और अच्छे अंकों से पास भी हुए परंतु 3 साल बीत जाने के बाद भी इनकी नियुक्ति नहीं हो पाई है।

Teacher job

उन्होंने अपने पत्र में युवाओं की बेरोजगारी और कोरोना महामारी में उनके जीवन यापन में आ रही दिक्कतों को लिखा है। अपने पत्र की शुरुआत में प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखा है कि, ‘आज मैं आपको यूपी के बेरोजगार युवाओं जो कुछ सयम से पूरे प्रदेश में आंदोलनरत हैं, उनकी समस्याओं के विषय में पत्र लिख रही हूं।’ प्रियंका गांधी ने पत्र में आगे लिखा, “ये युवा मजबूरी में कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। इनमें से कई ऐसे बच्चे हैं जिनके जीवन संघर्ष से भरे हैं। इनकी दर्दनाक कहानी सुनकार मुझे बहुत दुख हुआ। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि सरकार ने इनके प्रति आक्रामक और निर्मम स्वभाव क्यों बनाया है जबकि यही उत्तर प्रदेश का भविष्य बनाने वाली पीढ़ी है और सरकार इनके प्रति जवाबदेह है।”

priyanka gandhi yogi amethi

प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने पत्र में लिखा है कि,उन्होंने कहा, “ये युवा बहुत परेशान हैं। कोरोना महामारी इनके ऊपर और भी कहर बरपा रही है। एक तो इन्हें नौकरी नहीं मिल रही है ऊपर से इस महामारी में उनके सामने गहरा आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। उनके ऊपर घर के नमक-तेल और राशन का भी बोझ है।”

उन्होंने लिखा कि, “मैं आशा करती हूं कि मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए और युवाओं के हक का सम्मान करते हुए कृपया 24 शून्य जनपद के अभ्यर्थियों की तत्काल नियुक्ति कराने का कष्ट करें।”