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राजस्थान के सियासी ड्रामे में प्रियंका की एंट्री, बच गई सरकार! लेकिन शर्त गृह-वित्त मंत्रालय के साथ अध्यक्ष पद चाहते हैं सचिन पायलट

राजस्थान में राजनीतिक संकट सुलझाने और नाराज सचिन पायलट को शांत कराने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हस्तक्षेप किया है। प्रियंका के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने दो नेताओं से बात की है और ये नेता उनसे नियमित तौर पर बात करते हैं।

नई दिल्ली। राजस्थान में राजनीतिक संकट सुलझाने और नाराज सचिन पायलट को शांत कराने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हस्तक्षेप किया है। प्रियंका के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने दो नेताओं से बात की है और ये नेता उनसे नियमित तौर पर बात करते हैं। लेकिन सूत्रों ने कहा कि वे इस बात की पुष्टि या खंडन नहीं कर सकते कि प्रियंका गांधी ने पायलट से बात की है।

Priyanka and Sachin

प्रियंका के हस्तक्षेप के बाद पायलट के पोस्टर पीसीसी पर फिर से चिपकाए गए और उनके कहने पर ही रणदीप सुरजेवाला ने जयपुर से पायलट और उनके समर्थकों से वापस लौटने की जोरदार अपील की। कांग्रेस के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे ने भी कहा कि वह बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन सुबह उन्होंने कहा था कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Sachin Pilot Ashok Gahlot Rahul gandhi rajsthan

सूत्रों ने कहा कि केसी वेणुगोपाल को पायलट से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है, क्योंकि वेणुगोपाल संगठन महासचिव हैं और संप्रग 2 के दौरान पायलट के साथ केंद्रीय मंत्री रहे हैं। इस बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, जहां लगभग 105 विधायक उनके साथ दिखाई दिए।

बता दें कि सोमवार को सचिन पायलट से पांच बड़े नेताओं ने बात की है, इनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल और पी चिदंबरम शामिल हैं। सभी ने अब सचिन पायलट को जयपुर जाने को कहा है, ताकि स्थानीय लेवल पर आगे की बातचीत हो सके।

Sachin Pilot Ashok Gahlot

इस बीच अब सचिन पायलट की ओर से बातचीत का फॉर्मूला सामने रखा जा रहा है। इसी संदेश को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की ओर से राजीव साटव जयपुर पहुंचेंगे। सूत्रों की मानें, तो सचिन पायलट की मांग है कि उनके चार विधायकों को मंत्री बनाया जाए। साथ ही सचिन पायलट के मंत्रियों को वित्त और गृह मंत्रालय दिया जाए। जबकि प्रदेश अध्यक्ष का पद भी सचिन पायलट के पास ही रहे।

Priyanka Gandhi

बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी खुद इस मामले में एक्टिव हैं और अशोक गहलोत-सचिन पायलट से बात कर रही हैं। ताकि मामले को सुलझाया जा सके। बाकी अब सचिन पायलट पर छोड़ दिया गया है कि वो बात करना चाहते हैं या नहीं। बता दें कि अशोक गहलोत के शक्ति प्रदर्शन के बाद ये बात सामने आई थी कि सचिन पायलट ने अपनी ओर से कुछ शर्तें रखी हैं।