newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

राहुल गांधी से सहमित जताते हुए बोली प्रियंका गांधी, कहा- ‘कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का हो’

प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) ने 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अगले 7 साल यानी 1991में राजीव गांधी(Rajiv Gandhi) की हत्या तक डर के माहौल में जीने का जिक्र भी किया है।

नई दिल्ली। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेसी भले ही राहुल को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहे हों लेकिन राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस की महासचिव ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा है कि, पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का हो, इसमें मुझे कोई एतराज नहीं है। बता दें कि पिछले साल राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के व्यक्ति को अगला कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की अपील की थी। अब इस बात को प्रियंका गांधी का समर्थन मिला है।

priyanka gandhi

एक नई किताब ‘इंडिया टुमॉरो’ को दिए इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा कि हम में से कोई पार्टी का अध्यक्ष नहीं होना चाहिए और मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। मुझे लगता है कि पार्टी को अपने रास्ते की तलाश करनी चाहिए।” प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि उन्हें नेहरू गांधी खानदान से बाहर के अध्यक्ष के साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। पिछले साल 10 अगस्त को हुई कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में राहुल ने कहा था कि अगला अध्यक्ष उनके परिवार यानि गांधी-नेहरू परिवार के बाहर का बनाया जाए।हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने राहुल की सलाह को नकारते हुए पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक बार फिर से पार्टी को कमान सौंपते हुए उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया था।

प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है कि क्या अगला कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर का होगा? हालांकि पिछले एक साल में कई बार कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की है। लेकिन राहुल गांधी की तरह से वापसी को लेकर तस्वीर साफ नहीं की गई है।

वहीं किताब के मुताबिक प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित ठहराते हुए कहा कि आरोप लगने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने बच्चों को हिसाब-किताब समझाते हुए बताया कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।

Priyanka Gandhi

इसी किताब में प्रियंका गांधी ने 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अगले 7 साल यानी 1991में राजीव गांधी की हत्या तक डर के माहौल में जीने का जिक्र भी किया है। प्रियंका ने कहा है “इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अगले 7 साल उन्हें अपने पिता की हत्या का डर सताता रहा।” प्रियंका ने कहा है कि वे रात में तब तक नहीं सोती थीं जब तक उनकी पिता घर वापस नहीं लौट जाते थे। यहां तक कि जब कभी भी राजीव गांधी बाहर दौरे पर जाते थे तो वह सोचती थी कि अब वह दोबारा लौट कर नहीं आएंगे।