newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Protest Against Agricultural Bills: कृषि विधेयक का हो रहा विरोध, पंजाब के पूर्व सीएम के घर के सामने किसान ने खाया जहर

Protest Against Agricultural bills Farmer consumed poison: मोदी सरकार(Modi Government) द्वारा लाए गए इन तीन कृषि बिलों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान आंदोलित हैं। वहीं पंजाब में पूर्व सीएम बादल(Ex CM Sukhbir Singh Badal) के घर के बाहर किसान(Farmer) 6 दिन से धरने पर बैठे हैं।

नई दिल्ली। किसानों के लिए लाए जा रहे केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की तरफ से तीन विधेयकों (Agricultural Bills) का विरोध करते हुए शुक्रवार को पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के घर के बाहर एक किसान ने जहर खा लिया। बादल गांव के एक किसान जहर खाने के अपने साथियों से बताया कि उसने जहर खा लिया है। जिसके बाद उस किसान को तुरंत आनन फानन में एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाया गया। मिली जानकारी के अनुसार 60 वर्षीय किसान ने शुक्रवार सुबह अन्य किसानों को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। किसान के जहर खाने की सूचना प्रदर्शन स्थल के पास तैनात पुलिस अधिकारियों को भी सूचना दी गई। पुलिस उसे पास के अस्पताल में ले गई जहां उसकी हालत गंभीर है। बता दें लोकसभा ने केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक पारित कर दिया था।

FARMER

आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही पारित हो चुका है। इन्हें लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसानों का कहना है कि ये बिल किसान विरोधी है। मोदी सरकार द्वारा लाए गए इन तीन कृषि बिलों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान आंदोलित हैं। वहीं पंजाब में पूर्व सीएम बादल के घर के बाहर किसान 6 दिन से धरने पर बैठे हैं।

सुखबीर सिंह बादल ने कहा

वहीं शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कृषि से जुड़े विधेयकों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद कहा कि उनकी पार्टी NDA में रहने या नहीं रहने को लेकर बाद में पार्टी की एक बैठक में फैसला लेगी। संसद के बाहर बादल ने कहा कि शिअद किसानों और उनके कल्याण के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।

Congress

कांग्रेस के बोल

इसके अलावा कांग्रेस ने गुरुवार को इस विधेयक के विरोध में कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी विधेयक हरित क्रांति के मकसद को बेमानी बना देंगे और ये ‘कृषि के भविष्य का मत्यु नाद’ साबित होंगे। मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार कोरोना वायरस महामारी की तरह किसानों के जीवन और उनकी आजीविका पर हमला कर रही है।

पीएम मोदी का करारा जवाब

हालांकि इन सारे आरोपों पर पीएम मोदी शुक्रवार को करारा जवाब दिया। उन्होंने कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन के दौरान कृषि सुधार विधेयक पर अपनी बात रखी। उन्होंने साफ किया कि किसानों के विरोध में ये बिल नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्ष किसानों से झूठ बोल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि, “मैं देश के किसानों को इन विधेयकों के लिए बधाई देता हूं। किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं, उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाए जाने बहुत आवश्यक थे। ये कृषि सुधार विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं। लेकिन कुछ लोग जो दशकों तक सत्ता में रहे हैं, देश पर राज किया है, वो लोग किसानों को इस विषय पर भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, किसानों से झूठ बोल रहे हैं।”

पीएम मोदी ने कहा कि, “जिन एग्रीकल्चर मार्केट के प्रावधानों में बदलाव का वो विरोध कर रहे हैं, उसी बदलाव की बात इन लोगों ने अपने घोषणापत्र में भी लिखी थी। लेकिन अब जब एनडीए सरकार ने ये बदलाव कर दिया है, तो ये लोग इसका विरोध करने पर, झूठ फैलाने पर उतर आए हैं।” PM Modi ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ये लोग भूल रहे हैं कि देश का किसान कितना जागृत है। वो ये देख रहा है कि कुछ लोगों को किसानों को मिल रहे नए अवसर पसंद नहीं आ रहे। देश का किसान ये देख रहा है कि वो कौन से लोग हैं, जो बिचौलियों के साथ खड़े हैं।”

दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, “अब ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा किसानों को MSP का लाभ नहीं दिया जाएगा। ये भी मनगढ़ंत बातें कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जाएगी। ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है। हमारी सरकार किसानों को MSP के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। सरकारी खरीद भी पहले की तरह जारी रहेगी।”

PM Modi Mahasetu Bihar

उन्होंने कहा कि, “कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद, दुनिया में कहीं भी बेच सकता है, जहां चाहे वहां बेच सकता है। लेकिन केवल किसान भाई-बहनों को इस अधिकार से वंचित रखा गया था। अब नए प्रावधान लागू होने के कारण, किसान अपनी फसल को देश के किसी भी बाजार में, अपनी मनचाही कीमत पर बेच सकेगा।”

NDA शासन में किसानों के लिए अधिक काम हुए

NDA शासन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, “किसानों के लिए जितना एनडीए शासन में पिछले 6 वर्षों में किया गया है, उतना पहले कभी नहीं किया गया। किसानों को होने वाली एक-एक परेशानी को समझते हुए, एक-एक दिक्कत को दूर करने के लिए हमारी सरकार ने निरंतर प्रयास किया है।”

किसानों को नम्रता पूर्वक स्पष्ट संदेश

पीएम मोदी ने किसानों से कहा कि, “मैं आज देश के किसानों को नम्रता पूर्वक स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं। आप किसी भी तरह के भ्रम में मत पड़िए। इन लोगों से देश के किसानों को सतर्क रहना है। ऐसे लोगों से सावधान रहें, जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया और जो आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं। वो लोग किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं लेकिन दरअसल वे किसानों को अनेक बंधनों में जकड़कर रखना चाहते हैं। वो लोग बिचौलियों का साथ दे रहे हैं, वो लोग किसानों की कमाई को बीच में लूटने वालों का साथ दे रहे हैं।”