नई दिल्ली। गुरुवार को भारतीय सुरक्षा बलों ने की मुस्तैदी के चलते एक जम्मू-कश्मीर में एक बड़ा आतंकी हमला होने से बच गया। पुलवामा की तर्ज पर इस हमले को अंजाम देने की योजना थी लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने इसे विफल कर दिया है। बता दें कि सुरक्षाबलों ने पुलवामा जिले से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। माना जा रहा है कि आतंकी इस विस्फोटक का इस्तेमाल पुलवामा जैसे ही किसी बड़े हमले के लिए करने वाले थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद(Jaish-e-Mohammed) के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने पर सेना(Indian Army) और CRPF के साथ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवंतिपोरा(Awantipora) में गाडीखाल गांव के जंगलों के पास एक नर्सरी क्षेत्र की संयुक्त तलाशी ली।
वन क्षेत्र की खोज के दौरान सेना को, 2 विस्फोटक डंप पाए गए, जिन्हें 2 अलग-अलग 250 लीटर वाले प्लास्टिक टैंकों में जमीन के नीचे छुपाया गया था। पुलिस ने कहा, ‘एक प्लास्टिक टैंक में 416 उच्च-विस्फोटक जिलेटिन स्टिक्स (छड़ें) बरामद की गई हैं, जबकि एक अन्य प्लास्टिक टैंक में 50 डेटोनेटर्स को बरामद किया गया है। डेटोनेटर्स को बम डिस्पोजल स्क्वॉड की ओर से उन्हें ले जाने के जोखिम के कारण मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।’
सेना का कहना है कि तलाशी के दौरान 52 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया। अगर आतंकी अपने इरादों पूरे कर पाते तो ये ठीक पुलवामा जैसा हमला होने से रोक लिया गया। सेना के अधिकारियों ने कहा कि इन विस्फोटकों को ‘सुपर-90’ या ‘एस-90’ के नाम से जाना जाता है। पुलिस ने कहा कि इस रिकवरी के आधार पर, सुरक्षा बल विस्फोटक पदार्थों के माध्यम से एक बड़े आतंकी हमले को रोकने में सक्षम हुए हैं।
यह घटना जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा में लेथपोरा के करीब हुई, जहां फरवरी 2019 में आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।