नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस को लेकर आलाकमान भले नवजोत सिद्धू को राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया हो लेकिन सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच तकरार अभी भी जारी है। बता दें कि अमरिंदर सिंह कश्मीर और पाकिस्तान जैसे मुद्दों पर नवजोत सिद्धू के दो सलाहकारों के हालिया बयानों पर रविवार को अपनी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने इस तरह की नृशंस और गलत सोच वाली टिप्पणियों के खिलाफ चेतावनी दी, जो ‘राज्य और देश की स्थिरता व शांति’ के लिए संभावित रूप से खतरनाक हैं। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू से अपने सलाहकारों पर लगाम लगाने की बात कही। वहीं अमरिंदर सिंह ने कहा कि, इससे पहले कि वे भारत के हितों को और अधिक नुकसान पहुंचाएं अच्छा ये होगा कि, उनके दोनों सलाहकार उन मामलों पर न बोलें जिनके बारे में उन्हें स्पष्ट रूप से कम या कोई जानकारी नहीं है और उनकी टिप्पणियों के निहितार्थ की समझ नहीं है।
दरअसल सिद्धू के सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने पाकिस्तान की अमरिंदर सिंह द्वारा की गई आलोचना पर सवाल उठाया था। साथ ही, कश्मीर पर मलविंदर सिंह माली के पहले के विवादास्पद बयान पर सवाल उठाने वाली कथित टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, उन्होंने उनके ‘असाधारण बयानों’ पर आश्चर्य व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जोर देकर कहा, “कश्मीर भारत का एक अविभाज्य हिस्सा था और है।” इसके विपरीत, माली ने प्रभावी ढंग से और बेवजह इस्लामाबाद की लाइन का पालन किया। उन्होंने न केवल अन्य दलों से, बल्कि कांग्रेस के भीतर से भी व्यापक निंदा के बावजूद अपना बयान वापस लेने में विफल रहने के लिए माली की आलोचना की।