सरकार की नीतियों ने भयावह बेरोजगारी पैदा की : राहुल गांधी
राहुल गांधी की यह टिप्पणी अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी), भारतीय व्यापार संघ (सीटू), भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस और लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) द्वारा केंद्र की नीतियों के विरोध में की गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मद्देनजर आई।
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करते हुए ‘जन-विरोधी’ और ‘मजदूर-विरोधी’ नीतियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जमकर आलोचना की।
उन्होंने सरकार पर भयावह बेरोजगारी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) को कमजोर करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि भारत बंद के आह्वान के लिए वे 25 करोड़ श्रमिकों को सलाम करते हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “मोदी-शाह सरकार की जनविरोधी, श्रमिक विरोधी नीतियों ने भयावह बेरोजगारी पैदा की है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को कमजोर किया जा रहा है, ताकि इन्हें मोदी के पूंजीपति मित्रों को बेचने के समय सही ठहराया जा सके। आज 25 करोड़ कामगारों ने इसके विरोध में भारत बंद बुलाया है। मैं उन्हें सलाम करता हूं।”
राहुल गांधी की यह टिप्पणी अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी), भारतीय व्यापार संघ (सीटू), भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस और लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) द्वारा केंद्र की नीतियों के विरोध में की गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मद्देनजर आई।