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राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, लगाया करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग खत्म करने का आरोप

राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने कहा कि, “लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया, आप देखिए कांग्रेस(Congress) पार्टी ने एक बार नहीं अनेक बार सरकार से कहा, गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी, न्याय योजना जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी, बैंक के अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा, लेकिन सरकार ने नहीं किया।”

नई दिल्ली। बुधवार को कांग्रेस(Congress) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) पर करारा प्रहार करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि लॉकडाउन(Lockdown) के चलते मोदी सरकार(Modi Government) ने करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग खत्म कर दिया। अपने ट्वीट में राहुल ने कहा कि, देशभर में अचानक लगाया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ है।

उन्होंने अपने वीडियो के कैप्शन में लिखा कि, “अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ। वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग। मोदी जी का जनविरोधी ‘डिज़ास्टर प्लान’ जानने के लिए ये वीडियो देखें।”

वीडियो में राहुल गांधी ने कहा है कि गरीब लोग, स्मॉल और मीडियम बिजनेस के लोग रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। जब आपने, बिना कोई नोटिस लॉकडाउन किया आपने इनके ऊपर आक्रमण किया। राहुल गांधी ने वीडियो में कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा 21 दिन की लड़ाई होगी, असंगठित क्षेत्र की रीड की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई।

Rahul Gandhi

राहुल गांधी ने कहा कि, “लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया, आप देखिए कांग्रेस पार्टी ने एक बार नहीं अनेक बार सरकार से कहा, गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी, न्याय योजना जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी, बैंक के अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा, लेकिन सरकार ने नहीं किया।”

सरकार पर आरोप लगाते हुए राहुल ने अपने वीडियो में कहा कि, “हमने कहा स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लिए, आप एक पैकज तैयार कीजिए, उनको बचाने की जरूरत है। बिना इस पैसे के ये नहीं बचेंगे, सरकार ने कुछ नहीं किया, उल्टा सबसे अमीर पंद्रह बीस लोगों का लाखों-करोड़ों रुपए टैक्स माफ किया।”

Delhi Lockdown

राहुल ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं था। लॉकडाउन हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था। हमें इस बात को समझना होगा। इस आक्रमण के खिलाफ हम सबको खड़ा होना होगा।”