पायलट कैंप की कांग्रेस में वापसी से नाराज पार्टी के गहलोत समर्थक विधायक, सीएम ने दे ये सलाह
गहलोत ने कहा, ‘मैंने उनको समझाया है कि देश, प्रदेश व प्रदेशवासियों के लिए और लोकतंत्र को बचाने के लिए कई बार हमें सहन भी करना पड़ता है।’
नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट कैंप में कराई गई सुलह के बावजूद भी संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सचिन पायलट समेत उनके समर्थक बागी विधायकों की पार्टी में वापसी पर रार बरकरार है। बागियों की पार्टी में वापसी पर गहलोत खेमे में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। वहीं विधायकों के विरोध के स्वर के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनका परेशान होना स्वाभाविक है।
परेशान होना स्वाभाविक: गहलोत
अशोक गहलोत ने बुधवार को जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘जिस रूप में यह एपिसोड हुआ उन्हें इतने दिन होटलों में रहना पड़ा, ऐसे में उनकी नाराजगी होना स्वाभाविक था।’ गहलोत ने कहा, ‘मैंने उनको समझाया है कि देश, प्रदेश व प्रदेशवासियों के लिए और लोकतंत्र को बचाने के लिए कई बार हमें सहन भी करना पड़ता है।’
We will work together. Our friends who had gone away have now come back. I hope that we will do away with all our differences and fulfill our resolve to serve the state: Rajasthan CM Ashok Gehlot https://t.co/6geXcb72wy
— ANI (@ANI) August 12, 2020
इसके साथ ही सीएम गहलोत ने उम्मीद जताई कि अब सब मिलकर राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। गहलोत ने कहा, ‘हम सब आपस में मिलकर काम करेंगे, जो हमारे साथी चले गए थे वे भी वापस आ गए हैं। मुझे उम्मीद है कि सब गिले शिकवे दूर करके सब मिलकर प्रदेश की सेवा करने का संकल्प पूरा करेंगे।’
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट की अगुवाई में गहलोत से नाराजगी जताने वाले 19 विधायक नई दिल्ली में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद लगभग एक महीने बाद मंगलवार को जयपुर लौट आए हैं। हालांकि इनकी वापसी से कांग्रेस के गहलोत खेमे कुछ विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार रात जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में हुई बैठक में भी इन विधायकों ने सीएम समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
नेताओं के बयानों से आहत हूं, पार्टी से नहीं की पद की मांग: पायलट
इससे पहले मंगलवार को राजधानी जयपुर पहुंचने के बाद सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने पार्टी से किसी पद की मांग नहीं की है और इसको लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए। पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “किसी भी तरह की प्रतिशोध की राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने पार्टी के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है और दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए गए थे। पायलट ने आगे कहा, “मैंने पार्टी से किसी पद की मांग नहीं की है।”
हालांकि, पायलट ने कहा कि वो अपने खिलाफ दिए गए बयान को लेकर हैरान हैं। पायलट ने कहा, “मेरे खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, उससे मैं दुखी, स्तब्ध और आहत हूं।” उन्होंने कहा कि राजनीति में “व्यक्तिगत लाचार भावनाओं” के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए और किसी भी प्रतिशोध की राजनीति नहीं होनी चाहिए।