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राजभवन में कांग्रेस विधायकों के धरने के बाद राज्यपाल कलराज मिश्र का सख्त बयान, जानिए क्या कहा

राजस्थान में सियासी संग्राम फिर थमते दिखाई नहीं दे रहा है। विधानसभा सत्र के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस विधायकों ने राजस्थान में राजभवन में धरना दिया था। जिसके बाद अब राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का बयान सामने आया है।

नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी संग्राम फिर थमते दिखाई नहीं दे रहा है। विधानसभा सत्र के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस विधायकों ने राजस्थान में राजभवन में धरना दिया था। जिसके बाद अब राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का बयान सामने आया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि संवैधानिक मर्यादा से ऊपर कोई नहीं होता है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि किसी भी प्रकार की दबाव की राजनीति नहीं होनी चाहिए।

बता दें कि राजस्थान सरकार के जरिए विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग की जा रही है। इस पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने पत्र लिखकर सीएम अशोक गहलोत से कहा, ‘इससे पहले कि मैं विधानसभा सत्र के संबंध में विशेषज्ञों से चर्चा करता, आपने सार्वजनिक रूप से कहा कि यदि राजभवन घेराव होता है तो यह आपकी जिम्मेदारी नहीं है। यदि आप और आपका गृह मंत्रालय राज्यपाल की रक्षा नहीं कर सकता तो राज्य में कानून-व्यवस्था का क्या होगा? राज्यपाल की सुरक्षा के लिए किस एजेंसी से संपर्क किया जाना चाहिए? मैंने कभी किसी सीएम का ऐसा बयान नहीं सुना। क्या यह एक गलत प्रवृत्ति की शुरुआत नहीं है, जहां विधायक राजभवन में विरोध प्रदर्शन करते हैं?

बयान के अनुसार, ”राज्य सरकार ने 23 जुलाई, 2020 की रात को विधानसभा के सत्र को अत्यन्त ही अल्प नोटिस के साथ आहूत किए जाने की पत्रावली पेश की। पत्रावली में गुण दोषों के आधार पर राजभवन द्वारा परीक्षण किया गया तथा विधि विशेषज्ञों द्वारा परामर्श प्राप्त किया गया। इसके बाद राजभवन ने कुछ बिंदु उठाते हुए राज्य सरकार के संसदीय कार्य विभाग से कहा कि वह इन बिंदुओं के आधार पर स्थिति पेश करे।”

बयान के अनुसार राजभवन द्वारा जिन छह बिंदुओं को उठाया गया है उनमें से एक यह भी है कि राज्य सरकार का बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है? इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि विधानसभा सत्र किस तिथि से आहूत किया जाना है, इसका उल्लेख कैबिनेट नोट में नहीं है और न ही कैबिनेट द्वारा कोई अनुमोदन प्रदान किया गया है।

kalraj mishra

बता दें कि राजस्थान में गहलोत गुट के विधायकों का राजभवन में धरना खत्म हो गया है। कांग्रेस विधायक के साथ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर राजभवन में धरने पर बैठे थे।