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राजस्थान में कल से विधानसभा सत्र, गहलोत गुट आज बनाएगा रणनीति लेकिन पायलट खेमे को न्योता नहीं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही दावा कर रहे हों कि सबको सम्मान देंगे जो हुआ वो इतिहास है, लेकिन उनके समर्थक विधायक अब भी पायलट पर निशाना साध रहे हैं।

नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस के अंदर की खींचतान को लेकर पार्टी आलाकमान भले ही दावा कर रहा हो कि सब कुछ कंट्रोल में है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट के बीच तकरार का असर अभी भी बना हुआ है। इसका असर तब देखने को मिला जब राजस्थान विधानसभा सत्र के लिए गहलोत गुट ने रणनीति को लेकर बैठक हुई लेकिन पायलट गुट को नहीं बुलाया गया।

Sachin Pilot And Gahlot

दोनों के बीत बनी दूरियां बताती हैं कि अभी सबकुछ ठीक नहीं है। बता दें कि 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में गहलोत गुट के विधायक, जो अब तक जैसलमेर के होटल में तनाव भरी जिंदगी जी रहे थे। तनाव इस बात का कि सरकार बचेगी या गिरेगी, लेकिन अब देखिए सबके चेहरे कैसे खिल हुए हैं। पायलट की वापसी इनके लिए रौनक लेकर आइए। जयपुर लौटने ेसे पहले इन्होंने जैसलमेर में तफरीह की। बाजारों में घूमे और शॉपिंग भी की। फिर मंदिर में पूजा अर्चना भी की।

Sachin Pilot and Ashok Gehlot 1

सुकून के साथ कुछ वक्त बिताने के बात गहलोत गुट के सारे विधायक जयपुर के फेयरमोंट होटल लौट आए। इस बीच पायलट भी अपने समर्थक विधायकों के साथ मंगलवार शाम से ही जयपुर में मौजूद हैं, लेकिन दिलचस्य ये कि दोनों गुटों के दिल अभी तक नहीं मिले हैं। आज कांग्रेस विधायक कल से शुरु हो रहे विधानसभा सत्र की रणनीति को लेकर माथापच्ची करेंगे, लेकिन खबरों के मुताबिक मीटिंग के लिए ना तो पायलट को और ना ही उनके किसी समर्थक विधायक को न्योता दिया गया है। दरअसल, खुद को राजनीति का जादूगर मानने वाले गहलोत अब हाईकमान को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही दावा कर रहे हों कि सबको सम्मान देंगे जो हुआ वो इतिहास है, लेकिन उनके समर्थक विधायक अब भी पायलट पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच खबर ये भी है कि गहलोत गुट के विधायकों ने राजस्थान के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल के सामने पायलट गुट के साथ सुलह पर सवाल खड़े करने का मन भी बनाया है।

इसकी एक झलक मंगलवार की शाम जैसलमेर के होटल मे तब दिखी थी जब विधायकों ने गहलोत के सामने ढेरों सवाल रख दिए थे। मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने कहा कि जहां तक सचिन पायलट के वापस प्रदेश अध्यक्ष या उपमुख्यमंत्री बनाने की बात हैं, यह सब आलाकमान को तय करना हैं। यह मेरे हाथ में नही है।

Sachin pilot

मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने कहा कि अभी तक ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने इस संबंध में कोई स्टेटमेंट नही दिया हैं, लेकिन यह तय हैं कि हम सब मिलकर काम करेंगे। सचिन पायलट जी का सम्मान हर समय बना रहेगा। अब हमारे साथी भी वापस आ गए हैं, बात सारी खत्म हो गई हैं। आलाकमान जो फैसला करेगा, वह हम सबको मान्य होगा।