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बरसों का इंतजार खत्म, आज अयोध्या में पीएम मोदी करेंगे राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन

अयोध्या में लगी होर्डिंग्स में सिर्फ आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार, गुरु गोलवरकर, मंदिर आंदोलन से जुड़े महंत अवैद्यनाथ और फिर मोदी की तस्वीर नजर आ रही है।

नई दिल्ली। कई सालों के लंबे इंतजार के बाद आज अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी जाएगी। इस मौके पर पीएम मोदी अयोध्या पहुंचकर भूमि पूजन करेंगे। भूमि पूजन से पहले पीएम मोदी अयोध्या में स्थित हनुमागढ़ी में पूजा-अर्चना करेंगे। बता दें कि राम मंदिर निर्माण का इंतजार बरसों से पूरे देश को था, जो आज पूरा होने जा रहा है।

Ram Mandir Modi

बता दें कि इस कार्यक्रम के लिए पूरी अयोध्या को सजाया गया है। जगह-जगह पर होर्डिग्स लगाई गई है। जिसमें भूमि पूजन और पीएम मोदी को लेकर पंक्तियां लिखी गई हैं। इसके अलावा राजमार्गों पर जो होर्डिंग्स लगी हुई हैं उनपर बस एक ही संदेश लिखा है कि पीएम मोदी भूमिपूजन करेंगे। वैसे भले ही नाम बदलकर फैजाबाद के अतीत को हटा दें, शहर का नाम बदलकर अयोध्या कर दें, लेकिन चीजें बदलती नहीं हैं। मगर शहर में हर जगह होर्डिंग्स हैं। उन पर सिर्फ एक ही चीज नजर आ रही है- मंदिर के लिए भूमिपूजन और प्रधानमंत्री मोदी। होर्डिंग्स में जो चीज अलग नजर आती है वो सिर्फ पीएम मोदी की तस्वीर है। ज्यादातर को देखकर लगता है कि ये तस्वीरें 15 अगस्त को लाल किले से भाषण वाली हैं जिनमें पीएम मोदी पगड़ी पहने हुए हैं।

PM Narendra Modi

भूमिपूजन वाली जगह की बात करें तो वहां पर बड़े पैमाने पर वेदर प्रूफ टेंट लगे हुए हैं। वहीं समारोह का आयोजन होना है। प्रधानमंत्री समारोह का नेतृत्व करेंगे। इस बारे में बहुत बातें की गईं कि समारोह के लिए चुना गया यह क्षण कितना ठीक है। तमाम विचार विमर्शों के बाद ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब को देखते हुए शिलान्यास के लिए समय दिन में 12:15:05 से 12:15:38 बजे के बीच तय किया गया। ये 33 सेकंड ही महत्वपूर्ण हैं जब प्रधानमंत्री इस अहम क्षण में राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे।

अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन और वहां मौजूद 175 मेहमानों को देखने के लिए बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। पांच अगस्त का चुनाव भी बहुत महत्व रखता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ठीक एक साल पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए कानून बनाया था। आरएसएस का कहना है कि मोदी ने आडवाणी और अटल विहारी वाजपेयी से आगे बढ़कर काम किया है। क्योंकि उन्होंने संघर्ष किया और नतीजा दिया।

Ayodhya ram

अयोध्या में लगी होर्डिंग्स में सिर्फ आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार, गुरु गोलवरकर, मंदिर आंदोलन से जुड़े महंत अवैद्यनाथ और फिर मोदी की तस्वीर नजर आ रही है। होर्डिंग्स के जरिये कुछ सूक्ष्म मैसेज देने की कोशिश की जा रही है? कोई मैसेज नहीं। बस उस पर मोदी और प्रस्तावित मंदिर है। अयोध्या में मुख्य सड़क किनारे दुकानों को पीले रंग में रंग दिया गया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग दिन भर नारेबाजी करते घूमते रहे। लेकिन अभी केवल जय श्री राम और मोदी ज़िंदाबाद के नारे ही सुने जा रहे हैं।

पहले से कहा जा रहा है कि मार्च 2024 में प्रधानमंत्री मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यानी यह काम वह बमुश्किल अगले लोकसभा चुनाव से महीने भर पहले करेंगे। कोरोना संकट ने सोशल डिस्टेंसिंग के मापदंडों का पालन करने को मजबूर कर दिया है। यही वजह है कि अयोध्या आंदोलन के असली पुरोधा भूमिपूजन कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पा रहे हैं। राम मंदिर निर्माण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ही भूमिपूजन कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।