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गुजरात और बंगाल के इतिहास पर रामचंद्र गुहा ने की टिप्पणी, सीएम रुपाणी ने ट्वीट कर दिया करारा जवाब

इन वक्त देश कोरोना संकट से जूझ रहा है। लेकिन इस दौरान कई तरह के राजनीतिक और वैचारिक मतभेद भी दिख रहे हैं। इस महासंकट के दौरान ही बंगाल और गुजरात के इतिहास को लेकर दो अलग-अलग क्षेत्रों को दिग्गजों के बीच ट्विटर पर बहस छिड़ गई है।

नई दिल्ली। इस वक्त देश कोरोना संकट से जूझ रहा है। लेकिन इस दौरान कई तरह के राजनीतिक और वैचारिक मतभेद भी दिख रहे हैं। इस महासंकट के दौरान ही बंगाल और गुजरात के इतिहास को लेकर दो अलग-अलग क्षेत्रों को दिग्गजों के बीच ट्विटर पर बहस छिड़ गई है। वरिष्ठ इतिहासकार रामचंद्र गुहा जो अक्सर मोदी सरकार के खिलाफ बोलते हुए देखे गए हैं, उन्होंने बंगाल और गुजरात के इतिहास को लेकर विदेशी लेखक के हवाले से एक टिप्पणी की, जिसका जवाब देने के लिए गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने खुद मोर्चा संभाल लिया।

दरअसल, इतिहासकार गुहा ने ब्रिटिश लेखक फिलिप स्प्राट की 1939 में की गई एक टिप्पणी को उद्धृत करते हुए कहा, ‘गुजरात हालांकि, आर्थिक रूप से काफी आगे है लेकिन सांस्कृतिक रूप से एक पिछड़ा राज्य है जबकि इसके विपरीत, बंगाल आर्थिक रूप से काफी कमजोर है लेकिन सांस्कृतिक रूप से काफी उन्नत है।’ रामचंद्र गुहा के इस ट्वीट पर गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने न सिर्फ आपत्ति जताई है बल्कि उन्होंने गुहा को फूट डालने वाले अंग्रेजों की तरह बता दिया।

रुपाणी ने दिया जवाब

रुपाणी ने गुहा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि पहले अंग्रेज थे, जो फूट डालकर राज्य करना चाहते थे। अब यह इलीट (बुद्धिजीवियों) का ग्रुप है जो भारतीयों को बांटना चाहता है। भारतीयों को इनकी चालों में नहीं फंसना चाहिए। रुपाणी ने आगे कहा, ‘गुजरात महान है, बंगाल महान है.. भारत एकजुट है। हमारी सांस्कृतिक बुनियाद मजबूत है और हमारी आर्थिक महत्वाकांक्षाएं बहुत ज्यादा हैं।’