नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के रतलाम के मलवासा में एक सरकारी स्कूल में वीर सावरकर के चित्र वाले रजिस्टर बांटे जाने से वहां के प्राचार्य को निलंबन का सामना करना पड़ा। निलंबन के खिलाफ वहां के छात्रों ने धरना दिया और सड़क जाम कर प्राचार्य को निलंबित किए जाने पर विरोध दर्ज करवाया।
बता दें कि रतलाम से नागदा जाने वाली मुख्य रोड होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गई है, वाहन चालक खेतों में से होकर निकल रहे हैं। विद्यार्थियों ने मांग की है कि उनके प्राचार्य को जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
रतलाम : निलंबित प्राचार्य आरएन केरावत के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(#ABVP) भी उतर आया है। स्कूली छात्रों ने निलंबन वापस लेने के लिए किया रोड जाम pic.twitter.com/JcxaM9mxDY
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) January 16, 2020
बता दें कि कॉपियों के दोनों तरफ सावरकर वाली फोटो का वितरण वीर सावरकर हितार्थ जनकल्याण समिति द्वारा निशुल्क किया गया था। जिसमें कॉपियों पर वीर सावरकर की जीवनी और एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) के पदाधिकारियों के फोटो छपे थे। ये कॉपियां चार नवंबर को बांटी गई थीं।
गौरतलब है कि निलंबित प्राचार्य को 2010 में उत्कृष्ट शिक्षक का राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। इतना ही नहीं आरएन केरावत गणित के विशेषज्ञ हैं। वे राज्य स्तर पर भी राज्यपाल की ओर से सम्मानित हो चुके हैं।
खास बात यह है कि शासन के मिशन समर्थ अभियान में एलईडी के माध्यम से केरावत के 36 वीडियो से ही 25 स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है।