Rift Widens: अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल में और बढ़ीं दूरियां, अगल-बगल भी बैठे लेकिन हाय-हैलो तक नहीं
पिछले दिनों अखिलेश यादव ने कहा था कि चाचा को बीजेपी लेना चाहती है, तो जल्दी ले। वहीं, शिवपाल ने ट्विटर पर लिखा था कि जिसको मैंने चलना सिखाया, उसने मुझे बहुत दर्द दिया है। शिवपाल इससे पहले दो बार रामचरितमानस की चौपाइयां लिखकर भी अखिलेश पर तंज कस चुके हैं।
लखनऊ। चाचा और भतीजे का मनमुटाव खत्म होने की जगह और बढ़ता दिख रहा है। बात हम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह की कर रहे हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले दोनों के बीच शुरू हुई तल्खी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। बीते दिनों बीजेपी में जाने को लेकर शिवपाल और अखिलेश के बीच बयानों की जंग चली थी। अब फिर ऐसा कुछ हुआ, जिसने साबित कर दिया कि दोनों के बीच अविश्वास की नदी बह रही है। जिसके दोनों पाट इतने दूर-दूर हैं कि उनका आपस में मिलना मुश्किल है।
अखिलेश और शिवपाल के बीच मनमुटाव का ताजा मामला एक शादी समारोह का है। ये शादी यूपी के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव की भतीजी की थी। अखिलेश और शिवपाल दोनों ही इसमें बतौर मेहमान आए थे। आपस में दोनों का सामना हुआ। एक सोफे पर दोनों बैठे भी, लेकिन बात तक नहीं हुई। दूरियां बनी रहीं और इससे भी ज्यादा बहुत कुछ हुआ। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि जब वर और वधु को आशीर्वाद देने का मौका आया और अखिलेश मंच की ओर जाने लगे, तो शिवपाल साथ नहीं गए। वो सोफे पर ही बैठे रहे।
शादी में मौजूद सूत्रों के मुताबिक अखिलेश जब मंच की ओर जाने लगे, तो कुछ लोगों ने शिवपाल को भी साथ चलने के लिए कहा। इस पर उन्होंने मना कर दिया। अखिलेश इस दौरान कुछ देर रुके रहे। शायद उन्हें उम्मीद थी कि चाचा भी साथ चलेंगे। इसके बाद अखिलेश वर-वधु से मिलकर चले गए। उनके जाने के बाद शिवपाल कुछ समय बैठे रहे। फिर वर-वधु को आशीर्वाद देकर वो भी घर चले गए। बता दें कि पिछले दिनों अखिलेश यादव ने कहा था कि चाचा को बीजेपी लेना चाहती है, तो जल्दी ले। वहीं, शिवपाल ने ट्विटर पर लिखा था कि जिसको मैंने चलना सिखाया, उसने मुझे बहुत दर्द दिया है।