RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया 96वां स्थापना दिवस, मोहन भागवत ने कई मुद्दों पर रखी अपनी राय

RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस आज अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज विजयादशमी के दिन साल 1925 में डॉ हेडगेवार ने आरएसएस की स्थापना की थी। नागपुर में आज के दिन शस्त्र पूजन  करने की परंपरा भी मनाई जाती है।

काजल शर्मा Written by: October 15, 2021 10:08 am

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस आज अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज विजयादशमी के दिन साल 1925 में डॉ हेडगेवार ने आरएसएस की स्थापना की थी। नागपुर में आज के दिन शस्त्र पूजन  करने की परंपरा भी मनाई जाती है। वहीं संघ ने इस दिन भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां सरसंघचालक मोहन भागवत भी मौजूद रहे। उन्होंने इस दिन शस्त्र पूजन की और इसके बाद स्वयंसेवकों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन के दौरान भागनत ने भारत के वर्तमान, अतित और भविष्य को लेकर अपने विचार भी रखे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने  देश में  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। भागवत ने इस दौरान जनसंख्या असंतुलन, , विभाजन का दर्द, कोरोना महामारी, नशीली पदार्थों का सेवन, सीमा पार से घुसपैठ, आपसी मेलजोल के साथ रहने समेत कई मुद्दों पर अपनी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राय रखीं।

अपने संबोधन के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोहन भागवत ने कहा कि सीमापार घुसपैठ से जनसंख्या असंतुलन बढ़ रहा है। जनसंख्या नीति पर विचार करने की जरूरत है। एनआरसी से घुसपैठियों की पहचान करने की जरूरत है।  तालिबान से सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है, पाकिस्तान और चीन बदला नहीं है। सीमा पर तैयारी रखने के साथ बातचीत करने की जरूरत है। धारा 370 हटाने का अच्छा परिणाम दिख रहा है। आतंकी जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग कर रहे हैं। दहशगर्द बेगुनाहों की जान ले रहे हैं।  देश को सही अर्थों में समाज चलाता है।  हिंदू समाज को संगठित होने की जरूरत है।  आरएसएस सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन है। संघ का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति का चरित्र निर्माण करना है।