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Gyanvapi Mosque Case: ज्ञानवापी मस्जिद पर सपा नेता रुबीना का बड़ा बयान, कहा- हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए..

Gyanvapi Mosque Case: इसी बीच अब सपा नेता रुबीना का ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो कह रही है कि, आजकल जो ज्ञानवापी का मामला चल रहा है। ये मसला चारों तरफ फैला हुआ है। ज्ञानवापी मस्जिद नहीं वहां पर मंदिर था प्राचीनकाल में। इस पूरे मामले में मेरा ये कहना है कि और मैं ये मानती हूं इस मामले में कि हिंदू पक्ष जो दावा कर रहा है

नई दिल्ली। वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद मामला लगातार गर्माता जा रहा है। दरअसल, 14, 15 और 16 मई को ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कोर्ट के आदेश पर हुआ था। इस सर्वे के दौरान वजूखाना में शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। जिसके बाद हिंदू पक्ष ने दावा है कि इसके ठीक सामने ही मस्जिद के बाहर नंदी की मूर्ति है और इसी वजह से ये शिवलिंग है। बताया यह भी जा रहा है कि शिवलिंग मिलने के बाद ज्ञानवापी मस्जिद हर-हर महादेव के नारों से गूंज उठा था। वहीं ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के मामले में जमकर सियासत भी हो रही है और तमाम दलों के नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने में लग गए है। इसी बीच    ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के मामले में समाजवादी पार्टी की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम का बड़ा बयान सामने आया है। बता दें कि इससे पहले रुबीना खानम लाउडस्पीकर और हिजाब मसले पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ चुकी है।

gyanwapi masjid

इसी बीच अब सपा नेता रुबीना का ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो कह रही है कि, आजकल जो ज्ञानवापी का मामला चल रहा है। ये मसला चारों तरफ फैला हुआ है। ज्ञानवापी मस्जिद नहीं वहां पर मंदिर था प्राचीनकाल में। इस पूरे मामले में मेरा ये कहना है कि और मैं ये मानती हूं इस मामले में कि हिंदू पक्ष जो दावा कर रहा है ज्ञानवापी मस्जिद जो प्राचीनकाल में यहां मंदिर था और किसी शासक ने बलपूर्वक इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद बना दिया। मैं अपने धर्म गुरुओं से ये कहना चाहूंगी कि उन्हें समझना चाहिए कि अगर वाकई ये बात साबित हो जाती है प्राचीन काल में वहां मंदिर था और किसी हमारे शासक ने बलपूर्वक उसे तोड़कर वहां पर मस्जिद बनाई थी। ये बात हमारे मुस्लिम समाज को उलमाओं को हमारे धर्म गुरुओं को समझना चाहिए किसी भी कब्जे की हुई जमीन पर किसी भी छिनी हुई जमीन पर बलपूर्वक कब्जा किया है तो हमारे इस्लाम में वहां पर नमाज पढ़ना हराम है इसलिए अगर ये बात साबित होती है तो हमारा मुस्लिम समाज हमारे धर्म गुरुओं, हमारे उलमा को उस जमीन को हिंदू पक्ष को वापिस कर दें।

उन्होंने आगे कहा कि मैं भारत सरकार से अपील करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट के जरिए इसी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और अगर ये दावा सही साबित हुआ तो मुस्लिम भाइयों को उस जमीन को हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए।  उन्होंने ये भी कहा कि अगर ये दावा गलत निकाला तो इसे हिंदू पक्ष को इस जमीन को मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए वापस दे देनी चाहिए।