
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक बार फिर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। दरअसल कुछ समय पहले एक बंद घर में नमाज पढ़ी गई जिसके बाद घर को मस्जिद में परिवर्तित कराने का आरोप लगाकर हिंदू समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया था। प्रशासन ने उस घर को सील कर दिया था। कल क्योलड़िया थाना क्षेत्र स्थित मस्जिद में जब लोग नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा हुए तभी कुछ शरारती तत्वों ने उस सील घर की दीवार गिरा दी और उसकी सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के दो जवानों से अभद्रता की। इसके बाद देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ बढ़ती गई और दोनों समुदायों के बीच मामला पत्थर बाजी तक पहुंच गया।
विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी परमेश्वरी, एसडीएम अजय कुमार उपाध्याय, तहसीलदार दुष्यंत प्रताप, सीओ हर्ष मोदी, कोतवाल राजकुमार शर्मा, इंस्पेक्टर परमेश्वरी समेत तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को संभालने का प्रयास किया। तनाव बढ़ने के बाद बरेली के एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा खुद भी वहां पहुंचे और लोगों को समझा बुझाकर विवाद खत्म कराने का प्रयास किया। काफी देर चली मान मनौव्वल और पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई की बात के बाद लोग शांत हुए।
पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया है जबकि 3 अन्य खुराफातियों की पहचान कर ली गई है जिनकी तलाश की जा रही है। क्योलड़िया थाना क्षेत्र के केलाडांडी गांव में घटना के बाद से अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले बवाल के बीच बीजेपी विधायक एपी आर्या भी वहां पहुंच गए थे और उन्होंने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। इसके साथ ही बीजेपी विधायक वहीं अपने समर्थकों के साथ धरना देने के लिए बैठ गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद बीजेपी विधायक धरने से उठे।