नई दिल्ली। सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के तुरंत बाद एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने भी मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया। पूनिया ने कहा कि युवक कांग्रेस, राष्ट्रीय भारतीय छात्र संघ (एनएसयूआई) और सेवा दल में विभिन्न पदों पर रहे लगभग 400 से 500 सदस्यों ने ताजा घटनाक्रम के विरोध में इस्तीफा दे दिया है।
इस बीच, पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक में 50 से ज्यादा कांग्रेसजनों ने भी अपने नेता पर कार्रवाई के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है। पाली जिला कांग्रेस अध्यक्ष चुन्नीलाल चादवास ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उधर, पायलट ने अपने एक ट्वीट में कहा, “आज मेरे समर्थन में जो लोग आए हैं, उन सभी को मेरा हार्दिक धन्यवाद और आभार। राम राम सा।”
इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पूनिया ने लिखा, “हमें गुलामी को हराना है और संघर्ष को जिताना है। राजस्थान का पायलट।” पूनिया ने कहा कि उन्होंने सचिन पायलट के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्विटर पर कहा, “हमारी अंतरात्मा जीवित, ये हमारा आत्मसम्मान है। सचिन पायलट के साथ।”
कांग्रेस ने मंगलवार को सचिन पायलट को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख पद से हटा दिया। साथ ही उनके वफादार विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी राज्य कैबिनेट से हटा दिया। पायलट पर कार्रवाई के खिलाफ राज्य के गुर्जर समुदाय बहुल कई इलाकों में प्रदर्शन किए जाने की भी खबरें आ रही हैं। गुर्जर बहुल दौसा, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर और भरतपुर में किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है।
बता दें कि सचिन पायलट को पार्टी के पद से बर्खास्त करने के साथ ही कांग्रेस आलाकमान ने तत्काल प्रभाव से संजय झा को भी सस्पेंड कर दिया है, संजय झा को कांग्रेस ने इससे पहले प्रवक्ता पद से हटाया था, संजय झा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होनें और अनुसाशनहीनता का आरोप है।