नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। समाजवादी पार्टी के ट्वीट के अनुसार, उनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं। डॉक्टर्स की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है। सांस लेने में तकलीफ के बाद मुलायम सिंह यादव गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया कि मुलायम की पत्नी साधना की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इससे पहले अगस्त में भी तबीयत बिगड़ने पर मुलायम सिंह यादव को मेदांता में भर्ती कराया गया था। 80 साल के मुलायम को मूत्रनली में संक्रमण के बाद अस्पताल ले जाया गया था। हालत में सुधार होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
समाजवादी पार्टी के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से इसकी पुष्टि की गई है। बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव में कोरोना के एक भी लक्षण नहीं हैं। हालांकि, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
समाजवादी पार्टी संस्थापक आदरणीय नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के उपरांत चिकित्सकों की देख रेख जारी है।
फिलहाल उनमें कोरोना के एक भी लक्षण नहीं हैं।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 14, 2020
इस ट्वीट के बाद लोगो नेताजी के शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ करने लगे हैं। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने साल 1960 से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। पेशे से शिक्षक रहे मुलायम सिंह ने साल 1967 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इमरजेंसी के दौरान भी मुलायम सिंह यादव खूब सक्रिय रहे और जेल जाने वाले विपक्षी नेताओं में उनका नाम भी रहा। वह साल 1977 में पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बने।
इसके बाद उन्होंने यूपी में जनता दल और लोकदल के प्रमुख का भी कार्यभार संभाला और साल 1989 में पहली बार देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री बने। साल 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की और साल 1993 से 95 तक दूसरी बार मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला। मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार में भी अपनी भूमिका निभाई और देश के रक्षामंत्री भी रहे। साल 2003-07 तक वह तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।