newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

UP: ‘यूपी+बिहार= गयी मोदी सरकार’, नीतीश के सपोर्ट में सपा का पोस्टर के जरिए BJP पर वार

UP News: बता दें कि सपा इस पोस्टर के जरिए ये बताने की कोशिश कर रही है कि अगर बिहार और यूपी की जनता साथ देंगे तो दिल्ली से मोदी सरकार का जाना तय है। एक तरीके से विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को घेरने के लिए सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दी है ताकि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दी जा सके।

नई दिल्ली। साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरने के लिए एकजुट होने लगे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विपक्ष खेमे को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। बीते दिनों उन्होंने दिल्ली में विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। नीतीश कुमार एनसीपी प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। इसी बीच अब नीतीश कुमार के मिशन को सपा प्रमुख अखिलेश यादव का सपोर्ट मिलता दिखाई दे रहा है। यूपी में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, सपा के इस पोस्टर अखिलेश यादव के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार की फोटो भी लगाई गई है। सपा कार्यालय के बाहर लगे इस पोस्टर में लिखा गया है यूपी+बिहार= गयी मोदी सरकार।

इस पोस्टर को सपा नेता आईपी सिंह ने छपवाया है। सोशल मीडिया पर पोस्टर काफी वायरल हो रहा है। इस पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया को लेकर चर्चा भी खूब हो रही है। बता दें कि सपा इस पोस्टर के जरिए ये बताने की कोशिश कर रही है कि अगर बिहार और यूपी की जनता साथ देंगे तो दिल्ली से मोदी सरकार का जाना तय है। एक तरीके से विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को घेरने के लिए सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दी है ताकि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दी जा सके। वहीं भाजपा ने भी 2024 के चुनाव तैयारी तेज कर दी है। पार्टी हाईकमान मौजदूा सांसदों का रिपोर्ट कॉर्ड तैयार करवा रही है।

गौरतलब है कि बीते दिनों नीतीश कुमार ने गुरुग्रा में मेंदाता अस्पताल में जाकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव से भी भेंट की थी। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और नीतीश कुमार के बीच बातचीत भी हुई थी। बता दें कि बिहार में एनडीए का साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। भाजपा से अलग होने के बाद से नीतीश कुमार को 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्ष का पीएम पद का कैंडिडेट माना जा रहा है।