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मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा ऐलान, राज्य में गरीबों के लिए ‘संबल योजना’ फिर शुरू

मध्य प्रदेश में सत्ता में वापस आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर गरीब वर्ग के लिए संबल योजना की शुरुआत की है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में सत्ता में वापस आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर गरीब वर्ग के लिए संबल योजना की शुरुआत की है। इस योजना को पूर्ववर्ती कमल नाथ की सरकार ने बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री चौहान ने यहां सोमवार को संबल योजना की फिर से शुरुआत करते हुए कहा, “जब मैं पहले मुख्यमंत्री था, तब मैंने संबल योजना प्रारंभ की थी। संबल केवल योजना नहीं है, गरीबों का सहारा है, बच्चों का भविष्य है, बुजुर्गो का विश्वास है और मां, बहन-बेटियों का सशक्तिकरण है। संसाधन कब्जे में होने के कारण कुछ लोग अमीर हो गए परंतु बड़ी आबादी निर्धन रह गई।

संबल योजना के माध्यम से हम उसी आबादी को न्याय दे रहे हैं, जो इसकी हकदार है। धनी वर्ग से हम टैक्स लेते हैं और जो गरीब हैं उनको सुविधाएं देते हैं, यही सामाजिक न्याय है।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “जन्म से मृत्यु तक साथ निभाने वाली इस अभिनव योजना का उद्देश्य गरीब एवं अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इसके तहत गर्भवती को प्रसव के पूर्व चार हजार रुपये और प्रसव के पश्चात 12 हजार रुपये हितग्राही को दिए जाएंगे। पोषण आहार दिया जाएगा एवं बच्चों की शिक्षा नि:शुल्क होगी, आठवीं तक नि:शुल्क किताबें, यूनीफॉर्म, मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था है।”

उन्होंने बताया, “इस योजना के तहत हितग्राहियों को मुख्य रूप से सामान्य और असामयिक मृत्यु पर दो लाख रुपये, दुर्घटना में मृत्यु पर चार लाख रुपये, स्थायी अपंगता पर दो लाख रुपये एवं आंशिक स्थायी अपंगता में एक लाख रुपये की सहायता देने का प्रावधान है। हितग्राही की मृत्यु होने पर उसके परिजन को पांच हजार रुपये अंत्येष्टि सहायता और लघु व्यवसाय के उन्नयन में मदद दिलाना था। इस योजना को और अधिक व्यापक स्वरूप प्रदान करने के लिए इसके प्रावधानों पर पुनर्विचार किया जा रहा है।”

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, “संबल योजना के तहत हितग्राही सदस्यों के ऐसे पांच हजार बच्चे जो 12वीं में सर्वाधिक अंक लाएंगे उन्हें 30-30 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे। कक्षा 12वीं के बाद उच्च संस्थानों आई़ आई़ टी़, आईआईएम, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश होने पर उनकी फीस की व्यवस्था भी सरकार करेगी।”


चौहान ने आगे कहा, “संबल योजना अप्रैल 2018 में प्रारंभ की गई थी। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2018-19 में 703 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई थी। हमने 20 अप्रैल, 2020 को इस योजना को पुनर्जीवित कर मात्र 15 दिन में ही हितग्राहियों के खाते में 41 करोड़ रुपये जमा कर योजना को पुनर्जीवित किया है।”

इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को सामान्य मृत्यु के 1698 हितग्राहियों को 33 करोड़ रुपये, दुर्घटना में मृत्यु के 204 हितग्राहियों को आठ करोड़ 16 लाख रुपये एवं आंशिक स्थायी अपंगता के एक हितग्राही को एक लाख रुपये की अनुग्रह सहायता दी। चौहान ने हितग्राहियों के खाते में 41 करोड़ 33 लाख रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से सीधे उनके खातों में अंतरित की।

शिवराज के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले कार्यकाल में गरीब वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के मकसद से संबल योजना शुरू की थी। तत्कालीन कमल नाथ सरकार के श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जांच के दौरान पाया था कि इस योजना का लाभ अपात्र लोग पा रहे हैं, लिहाजा कमल नाथ सरकार ने योजना को बंद कर दिया था। सिसोदिया उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।