शनिवार को भी नहीं बनी बात, प्रदर्शनकारियों से बोलीं वार्ताकार रामचंद्रन- “अगर रास्ता बंद रहा तो नहीं कर पाएंगे मदद”
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने वार्ताकार से कहा, जो हमारे ऊपर गलत टिप्पणियां हो रही हैं उस पर रोक लगनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि 9 नंबर रोड खुल जाए।
नई दिल्ली। दो महीने से अधिक समय से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन से सड़क बंद की समस्या को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को वार्ताकार नियुक्त किया गया है। लेकिन इन वार्ताकारों की बातचीत से कोई हल निकलता नहीं दिखाई दे रहा हैं।
शनिवार को अकेले वार्ताकार साधना रामचंद्रन जब शाहीन बाग पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों पर अड़े रहे और CAA वापस लेने तक नहीं हटने की बात की। उनकी जिद को देखते हुए रामचंद्रन ने कहा कि, “अगर रास्ता बंद रहा तो हम मदद नहीं कर पाएंगे।” इसके अलावा उन्होंने कहा कि, “वह मीडिया से बात नहीं करेंगी और केवल महिलाओं से ही बात करेंगी”
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने वार्ताकार से कहा, ‘जो हमारे ऊपर गलत टिप्पणियां हो रही हैं उस पर रोक लगनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि 9 नंबर रोड खुल जाए। उन्होंने कहा कि कल जब यह रोड खुली तो दिल्ली पुलिस ने बंद क्यों कर दिया।’
साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि शुक्रवार को हमने सड़क के बारे बात की थी। कल हमने आधी रोड की बात की, आपने सुरक्षा की बात की। मैंने ये नहीं कहा कि शाहीन बाग़ से चले जाएं।
वहीं प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर हमें लिखित में सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिलता तो बात खत्म। इसपर रामचंद्रन ने कहा कि क्या आप चाहते हैं, हम खुश होंगे? शाहीन बाग़ में एक खूबसूरत जगह खोजें, एक खूबसूरत बाग़ बने और वहां प्रोटेस्ट हो। क्या आपको ये आइडिया पसंद है? इस पर सारी महिलाओं ने साफ मना कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों में कहा कि,
- हम सुरक्षा चाहते हैं और हमारी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट एक आदेश जारी करे
- शाहीन बाग और जामिया के लोगों के खिलाफ मुकदमें वापस लिए जाएं
- जब CAA वापस लेंगे तो रोड खाली होगा नही तो नही होगा
- अगर आधी सड़क खुलती है तो सुरक्षा और अलुमिनियम शीट चाहिए
- पुलिस नही बल्कि सुप्रीम कोर्ट सुरक्षा की जिम्मेदारी ले
- शाहीन बाग़ के खिलाफ गलत बोलने वालों के खिलाफ़ कार्यवाही हो