नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार में तीनों सहयोगी दलों के बीच सबकुछ ठीन होने की खबरें सामने आ रही हैं। बता दें कि मुंबई कांग्रेस के महासचिव और पूर्व सांसद संजय निरुपम के बेहद करीबी माने जाने वाले विश्वबंधु राय ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना और एनसीपी कांग्रेस को खत्म करने की साजिश कर रही हैं। पत्र में इन दोनों पार्टियों पर आरोप लगाया गया है कि शिवसेना और एनसीपी लगातार हर मोर्चे पर कांग्रेस को मिटाने का प्रयास कर रही हैं। बता दें कि विश्वबंधु राय ने महाराष्ट्र में सरकार में सहयोगी दल कांग्रेस का एनसीपी को लेकर आगाह किया है कि शिवसेना के साथ गठबंधन कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा। विश्वबंधु राय ने सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में यह भी कहा है कि साल 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान जनता से जो भी वादे पूरे किए गए थे। उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है।
वहीं पत्र में कहा गया है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में कांग्रेस की स्थिति शिवसेना और एनसीपी के मुकाबले बेहद दयनीय है। ये दोनों पार्टियां लगातार कांग्रेस को दबाने का प्रयास कर रही हैं। ऐसे में यह गठबंधन कांग्रेस के लिए भविष्य में नुकसान दे साबित हो सकता है। पत्र के जरिए विश्वबंधु ने कहा कि कांग्रेस का नामोनिशान राजभर से मिटाने का प्रयास शुरू है।
सोनिया गांधी से पत्र के जरिए कहा गया है कि, समय-समय पर इस बात को महाराष्ट्र कांग्रेस के कई मंत्रियों ने भी कहा है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में उन्हें उचित सम्मान और महत्व नहीं दिया जा रहा है। ऐसा कहने वालों में कुछ कैबिनेट मंत्री भी शामिल रहे हैं। वहीं हाल ही में जिस तरह से शिवसेना ने अपने सामना में संपादकीय के जरिए कांग्रेस पर निशाना साधा है वो कांग्रेस के साथ गठबंधन को देखते हुए ठीक नहीं हैं। इसके जरिए शिवसेना ने पार्टी की धज्जियां उड़ाई थी। उससे भी यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस के पास इस सरकार में बहुत कुछ करने के लिए नहीं है।