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Maharashtra: उद्धव ठाकरे को झटका, कल ठाणे में उलटफेर के बाद अब नवी मुंबई में इतने पार्षदों का शिंदे को मिला समर्थन

Maharashtra: खैर देखा जाए तो शिवसेना सुप्रीमो उद्धव को लग रहे झटकों का दौर लगातार जारी है। पूर्व सांसद आनंदराव असुल ने भी पार्टी के दामन को छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि वो भी शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। इधर, बागी विधायकों के समूह में शामिल गुलाबराव पाटील ये दावा कर चुके हैं कि 18 में से 12 सांसद अभी पक्ष बदलने की संभावना में हैं। 

नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सत्ता में हाल ही में हुए बड़ फेरबदल से शायद ही कोई वाकिफ न हो। शिवसेना के करीबी एकनाथ शिंदे ने ऐसी चाल चली की उद्धव ठाकरे सीछे मुख्यमंत्री पद से जमीन पर आ गिरे। सत्ता की कुर्सी को गई ही लेकिन शिवसेना भी शिंदे की इस चाल के बाद कितनी मजबूत है ये भी लोगों के सामने आ गया। अब इसी क्रम में महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगने जा रहा है। एक ओर जहां राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। सीएम शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट विस्तार पर आखिरी मुहर के लिए राजधानी दिल्ली का दौर कर सकते हैं। तो वहीं दूसरी ओर विधायक दल में बगावत के बाद अब निकायों में उद्धव ठाकरे मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ठाणे के बाद नवी मुंबई के बड़ी संख्या में पार्षदों ने मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, नवी मुंबई के 32 पार्षद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं। एक दिन पहले ही गुरुवार को ही ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के 67 में 66 पार्षदों ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया था। वहीं, अब खबर है कि सभी पार्षदों ने सीएम के आवास पर पहुंचकर शिंदे गुट के लिए अपना समर्थन जताया है। यहां खास बात ये है कि ठाणे में फिलहाल उद्धव गुट का एक ही पार्षद नंदिनी विचारे बाकी है जो कि लोकसभा में शिवसेना के व्हिप राजन विचारे की पत्नी हैं।

uddhav

ठाणे में पक्ष पदलने वाले मेयर नरेश म्हास्के ने ये बताया है कि ‘हम सभी पहले दिन से ही उनके साथ थे। हालांकि, पहले कुछ लोग खुलकर एक साथ नहीं आए थे। इसलिए हमने फैसला किया है कि हम सभी शिंदे को आधिकारिक समर्थन दिखाने के लिए साथ आना चाहिए। केवल नंदीनी विचारे हमारे साथ नहीं हैं। दो और पार्षद नरेश मानेरा और सुधार कोकाटे भी मौजूद नहीं रह सके, क्योंकि मानेरा की बाईपास सर्जरी हुई है और कोकाटे दौरे पर हैं। हालांकि, ये हमारे साथ हैं।’

eknath shinde and uddhav thakrey

खैर देखा जाए तो शिवसेना सुप्रीमो उद्धव को लग रहे झटकों का दौर लगातार जारी है। पूर्व सांसद आनंदराव असुल ने भी पार्टी के दामन को छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि वो भी शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। इधर, बागी विधायकों के समूह में शामिल गुलाबराव पाटील ये दावा कर चुके हैं कि 18 में से 12 सांसद अभी पक्ष बदलने की संभावना में हैं।