Delhi News: दिल दहला देने वाली खबर, घर को गैस चैंबर में तब्दील कर मां-बेटियों ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा , माचिस न जलाएं, क्योंकि….!!
Delhi News: आत्महत्या करने के लिए तीनों ने ही अपने घर गैस चैंबर में तब्दील कर दिया था। घर को रोशनदान से ढंक दिया था। एक भी जगह ऐसी नहीं छोड़ी थी, जहां से गैस बाहर जा सकें। इसके बाद उन्होंने अंगीठी जलाई और गैस सिलेंडर भी जलता हुआ छोड़ दिया। इसके पूरा घर गैस से भर गया और तीनों की ही दम घुटने से मौत हो गई।
नई दिल्ली। चलिए, छोड़िए सियासी कायनात की उथल-पुथल, आज हम आपको दिल दहला देने वाली खबर से रूबरू कराने जा रहे हैं। पूरा यकीन है हमें। आप कायनात के किसी भी हिस्से में बैठकर भले ही इस खबर को क्यों न पढ़े रहे हों, लेकिन पूरे मसले से वाकिफ होने के बाद आपकी रूह कांप जाएगा। अब आप यही सोच रहे हैं ना कि आखिर ऐसे किस खौफनाक माजरे के बारे में आप हमें बताने जा रहे हैं, जिससे वाकिफ होने के बाद कांप जाएगी हमारी रूह, तो चलिए अब हम आपको पूरा मसला तफसील से बताते हैं।
दरअसल, दिल दहला देने वाला ये वाकया राजधानी दिल्ली के बसंत विहार का है, जहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों के शव फ्लैट में मृत पाए गए। मृतकों में मां और उनकी 30 वर्षीय दो बेटियां हैं। पुलिस हर मसले की तरह इस मसले की भी हर पहलू से तफ्तीश में जुटी है। हर पहलू से मसले की जांच जारी है। पुलिस के मुताबिक, कमरे में दाखिल होते ही मां और उनकी दो बेटियों के शव पाए गए। पास ही में एक सुसाइड नोट भी पड़ा हुआ था। जिसमें लिखा था कि, ‘सावधान…!! दरवाजा खोलने के बाद माचिस या लाइटर न जलाएं। घर काफी खतरनाक गैसों से भरा हुआ है। यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है।’ आखिर क्या थी वो गैस, जो हो सकती थी पुलिसकर्मियों के लिए जानलेवा साबित। बताएंगे, हम आपको सब कुछ, लेकिन उससे पहले आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर पुलिस का इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है और आगे इसे लेकर क्या कुछ कार्रवाई की जानी है।
तो पुलिसकर्मियों का इस मसले पर कहना है कि शनिवार सुबह तकरीबन 8.55 मिनट पर पुलिस को फोन आया था कि दिल्ली के बसंत विहार इलाके में स्थित फ्लैट नंबर 207 अंदर से लॉक है। खटखटाने पर भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही है। कई बार फोन भी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक किसी ने भी जवाब देने की जहमत नहीं उठाई तो मामला कुछ पेचीदा नजर आया। उधर, मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देखकर खाकीवर्दीधारक भी पसीने से तरबतर हो गएं। अंदर गैस की महक आ रही थी। गैस सिलेंडर भी लीक हो रहा था। जैसा की हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि मरने वालों में मां और 30 वर्षीय उनकी दो बेटियां शामिल हैं। मां का नाम मंजू बताया जा रहा है, जिनके पति की पिछले वर्ष कोरोना से मौत हो गई थी जिसके बाद से ही परिवार अवसादग्रस्त था और जब अवसाद का स्तर अपने चरम पर पहुंच गया, तो तीनों ने आत्महत्या करने का मन बना लिया ।
दिल्ली: वसंत विहार इलाके में विधवा महिला ने अपनी दो बेटियों के साथ की आत्महत्या, अंगीठी जलाकर कमरे को बनाया ज़हरीली गैस का चैंबर, मौके से सुसाइड नोट बरामद, पुलिस जांच में जुटी। pic.twitter.com/2M3i16cEOx
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) May 22, 2022
आत्महत्या करने के लिए तीनों ने ही अपने घर गैस चैंबर में तब्दील कर दिया था। घर को रोशनदान से ढंक दिया था। एक भी जगह ऐसी नहीं छोड़ी थी, जहां से गैस बाहर जा सकें। इसके बाद उन्होंने अंगीठी जलाई और गैस सिलेंडर भी जलता हुआ छोड़ दिया। इसके बाद पूरा घर गैस से भर गया और तीनों की ही दम घुटने से मौत हो गई। हालांकि, अभी यह सिर्फ माना जा रहा है कि तीनों ने तनाव में आकर आत्महत्या सरीखा खौफनाक कदम उठाकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने का फैसला किया, लेकिन मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। अब ऐसी स्थिति में देखना होगा कि जांच मुकम्मल होने के बाद क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है, लेकिन आइए उससे पहले हम आपको उस गैस के बारे में बताए चलते हैं, जिसके भर जाने तीनों की ही दम घुटने से मौत हो गई।
तो चलिए अब हम आपको इस मामले के वैज्ञानिक पहलू के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए जिस तरह से इन लोगों ने अपने घर के किसी भी हिस्से को खाली नहीं छोड़ा था, ताकि ऑक्सीजन का प्रवेश अंदर न हो सकें। मतलब साफ है कि घर में मौजूद लोग कार्बन डाइऑक्साइड ही लेते रहे और उसे ही छोड़ते रहे, क्योंकि ऑक्सीजन का कोई स्रोत तो बचा ही नहीं था और ऊपर से अंगीठी और एलीपीजी से उत्पन्न होने वाली गैस के परिणामस्वरूप पूरा घर कार्बन मोनो डाऑक्साइड की अधिकता से भर गया, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाती है।
इसकी अधिकता के कारण शरीर के महत्वपूर्ण अंग जैसे कि मस्तिष्क, तंत्रिका ऊतक और हृदय, ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त नहीं कर पाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति की मौत हो जाती है, जैसा कि इस मामले में देखने को मिला है। बहरहाल, पुलिस पूरे मसले की तफ्तीश कर रही है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अब ऐसे में मामले की सच्चाई के जाहिर होने का इंतजार रहेगा। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम