Shopian Encounter : सैनिकों पर अफस्पा के उल्लंघन का आरोप, अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू
Shopian Encounter : जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) के शोपियां (Shopian)जिले में हुई एक मुठभेड़ के मामले में सेना को ‘प्रथम दष्टया’ साक्ष्य मिले हैं कि उसके जवानों ने सशस्त्र सेना विशेषाधिकार कानून (AFSPA) के तहत मिली शक्तियों का उल्लंघन किया है।
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) के शोपियां (Shopian)जिले में हुई एक मुठभेड़ के मामले में सेना को ‘प्रथम दष्टया’ साक्ष्य मिले हैं कि उसके जवानों ने सशस्त्र सेना विशेषाधिकार कानून (AFSPA) के तहत मिली शक्तियों का उल्लंघन किया है। इस संबंध में अब अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के अमशीपुरा गांव में सेना ने 18 जुलाई को तीन आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था। श्रीनगर में रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान नैतिक आचरण के लिए प्रतिबद्ध सेना ने सोशल मीडिया पर सामने आई उन रिपोर्ट के बाद जांच शुरू की, जिसमें दावा किया गया था कि जम्मू के राजौरी जिले के रहने वाले तीन व्यक्ति अमशीपुरा से लापता पाये गए थे।
जांच को चार सप्ताह के भीतर ही पूरा कर लिया गया। सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि जांच से कुछ निश्चित साक्ष्य सामने आए जो कि दर्शाते हैं कि अभियान के दौरान अफस्पा, 1990 के तहत निहित शक्तियों का दुरुपयोग किया गया और उच्चतम न्यायालय द्वारा स्वीकृत सेना प्रमुख की ओर से निधार्रित नियमों का उल्लंघन किया गया। इसके मुताबिक, परिणामस्वरूप, सक्षम अनुशासनात्मक प्राधिकरण ने प्रथम दृष्टया जवाबदेह पाए गए सैनिकों के खिलाफ सेना अधिनियम के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया है
Consequently, the competent disciplinary authority has directed to initiate disciplinary proceedings under the Army Act against those found prima-facie answerable: PRO Defence, Srinagar on Operation Amshipora in Shopian. #JammuAndKashmir https://t.co/O0rkgznyKS
— ANI (@ANI) September 18, 2020
बता दें, इस घटना के पीड़ितों ने सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाया था और तीन लोगों के पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह फर्जी एनकाउंटर था। इस घटना में जिन लोगों को मारा गया उनका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं था। सेना के मुताबिक, प्रथम दृष्टया सबूत मिले हैं कि जवानों ने शोपियां मुठभेड़ में अफस्पा के तहत मिली शक्तियों का उल्लंघन किया। बता दें, इस साल जुलाई महीने में हुए इस मुठभेड़ में तीन लोग मारे गए थे। बाद में परिजनों की शिकायत पर सेना ने इसकी जांच शुरू की थी।