योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम, यूपी में करीब 15 लाख कामगारोंं की स्किल मैपिंग का काम पूरा, अब मिलेगी ट्रेनिंग फिर रोजगार
योगी सरकार हर कामगार/श्रमिक को बीमा की सुरक्षा देने जा रही है। प्रदेश में एक जनपद के कामगार व श्रमिक को दूसरे जनपद में रोजगार मिलने पर सरकार उनकी आवासीय व्यवस्था भी करेगी।
नई दिल्ली। यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार घर वापिस लौटे श्रमिकों/कामगारों को रोजगार देने का अभूतपूर्व प्रयास कर रही है। सरकार इन्हें राहत पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। योगी सरकार की पहल से अब तक 14.75 लाख कामगारों व श्रमिकों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। जो मजदूर बाकी हैं, उनकी भी तेजी से स्किल मैपिंग की जा रही है।
योगी सरकार टीम- 11 की बैठक में इसके लिए पुख्ता योजना बनाने में जुटी हुई है। प्रदेश में कामगार/ श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग का गठन करने की कवायद चल रही है ताकि कामगारों व श्रमिकों को राज्य में ही रोजगार मुहैया कराया जा सके। अब तक यूपी में कुल 25 लाख कामगार व श्रमिक पहुंच चुके हैं। योगी सरकार ने संकल्प लिया है कि वह देश और दुनिया के हर कोने में मौजूद अपने कामगारों व श्रमिकों के साथ हर मौके पर खड़ी रहेगी। योगी सरकार ने यह भी तय किया है कि वह अब सोशल सिक्योरिटीकी गारंटी पर ही अन्य राज्यों को आवश्यकतानुसार मैनपावर उपलब्ध कराएगी।
योगी सरकार हर कामगार/श्रमिक को बीमा की सुरक्षा देने जा रही है। प्रदेश में एक जनपद के कामगार व श्रमिक को दूसरे जनपद में रोजगार मिलने पर सरकार उनकी आवासीय व्यवस्था भी करेगी। अब कोई भी राज्य योगी सरकार की अनुमति के बगैर उत्तर प्रदेश के श्रमिकों / कामगारों का उपयोग नहीं कर सकेगा। योगी सरकार स्किल मैपिंग के बाद इन मजदूरों की ट्रेनिंग भी कराएगी। ट्रेनिंग के दौरान कामगारों व श्रमिकों को ट्रेनिंग भत्ता भी दिया जाएगा।
स्किल मैपिंग का जो ब्योरा सामने आया है, उसके मुताबिक इस मैपिंग में सबसे बड़ी 1,51, 492 की तादाद रीयल स्टेट डेवलपर/ वर्करों की है। इसमें फर्नीचर एवं फीटिंग के 26989 टेक्निीशियन व बिल्डिंग डेकोरेटर के तौर पर 26041 लोग शामिल हैं जबकि होम केयरटेकरों की संख्या 12633 है। इस दौरान कुल 10,000 ड्राइवर, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के 4680 टेक्कनिशियन, होम एप्लांयस 5884 टेक्न्नीशियन, आटोमोबाइल के 1558 टेक्निीशियन, पैरामेडिकल एवं फार्माक्यूटिकल के 596 और ड्रेस मेकर के तौर पर 12103 कामगार इसमें शामिल रहे।