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कांग्रेस कार्यालय पर छापेमारी की खबर पर स्मृति ईरानी का पलटवार, कहा फेक न्‍यूज न फैलाएं

रविवार की शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गौरीगंज स्थित जनसंपर्क कार्यालय पर प्रशासनिक छापेमारी की बात को लेकर कांग्रेस बेहद हमलावर अंदाज में नजर आ रही है

अमेठी। उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों के बीच सियासत भी अपने जोर पर है। उत्तर प्रदेश के जिले अमेठी में तो लॉकडाउन के बावजूद भी सियासी हलचल दिखाई दे रही है। अमेठी से सोशल मीडिया पर कांग्रेस, भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ तो अब सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

रविवार की शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गौरीगंज स्थित जनसंपर्क कार्यालय पर प्रशासनिक छापेमारी की बात को लेकर कांग्रेस बेहद हमलावर अंदाज में नजर आ रही है तो केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कांग्रेस को फेक न्यूज न फैलाने की नसीहत देते हुए कोरोना से जिले को बचाने के लिए प्रशासन की तारीफ की है। अब दोनों ही पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है।

बता दें लॉकडाउन के दौरान बिना किसी आदेश के अधिकारियों का कांग्रेस कार्यालय पहुंच जाना और वहां पर मौजूद कर्मचारियों से जबदस्ती गोदामों व दूसरे कमरों का ताला खुलवाए जाने का आदेश दिए जाने की घटना के बाद से कांग्रेसी आग बबूला हैं। अमेठी से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस नेता भाजपा सरकार व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर अधिकारियों को आगे कर राहुल, प्रियंका की ओर से जरूरतमंदों को भेजी जाने वाली मदद को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगा रहे हैं।

वहीं इस मामले पर कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि जिले के अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन, चुनिंदा अधिकारी के काम ने पूरे जनपद को ही बदनाम करने की कोशिश की है। किसी भी राजनीतिक पार्टी के कार्यालय का ताला तोडऩे की बात कहना बिल्कुल अनुचित है। पुन: इस तरह की हरकत हुई तो सदन में प्रकरण उठेगा और विधान परिषद की समिति बुलाकर आवश्यक कार्रवाई करुंगा। गौरतलब है कि इसपर केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी का जवाब चर्चाओं में है। स्मृति ईरानी अक्सर सोशल मीडिया पर विपक्ष को तीखे जवाब देने के लिए जानी जाती हैं।