नई दिल्ली। पहले अमित शाह ने घर जाकर डिनर लिया। इसके बाद पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि शाह से उनका पुराना नाता है, लेकिन दीदी यानी ममता बनर्जी से भी उनके रिश्ते हैं। इससे लग रहा था कि सौरव को बीजेपी के खांचे में फिट करने का शाह का प्लान कामयाब नहीं हो सका। अब खबर है कि सौरव को मनाने में शाह कामयाब हो गए हैं और जल्दी ही वो राज्यसभा में दिखेंगे। इससे बीजेपी ‘एक पत्थर से दो शिकार’ वाला खेल करने वाली है। एक तरफ ममता को झटका लगेगा और दूसरी तरफ राष्ट्रपति चुनाव के लिए वो अपने कैंडिडेट के लिए वोट का जुगाड़ भी करेगी।
A nomination for Rajya Sabha by President of India is due later this month..I’m being told a certain “Dada” will come in from the Sports Quota!?
— ? Payal M/પાયલ મેહતા/ पायल मेहता/ পাযেল মেহতা (@payalmehta100) May 9, 2022
दिल्ली की एक वरिष्ठ पत्रकार ने सौरव गांगुली का नाम लिए बगैर अपने ट्वीट में इस ओर इशारा किया है। पत्रकार के मुताबिक एक खास ‘दादा’ को बीजेपी राज्यसभा में खेल के कोटे से ला सकती है। सभी को पता है कि खेल की दुनिया में सौरव को ही लोग दादा के नाम से जानते हैं। अगर उन्हें राज्यसभा में नॉमिनेट किया जाता है, तो इससे बंगाल की राजनीति पर भी काफी असर पड़ सकता है। इसकी वजह सौरव की बंगाल में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है।
सौरव के घर बीते दिनों अमित शाह अपने बंगाल दौरे में पहुंचे थे। उन्होंने क्रिकेटर के घर पर डिनर लिया था। उनके साथ बीजेपी के तमाम नेता भी थे। सौरव अगर राज्यसभा में नॉमिनेट होकर आते हैं, तो उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ेगा। इसकी वजह लाभ का पद संबंधी कानून है। बता दें कि सौरव के साथ बीसीसीआई में अमित शाह के बेटे जय शाह भी पदाधिकारी हैं। वहीं, ममता बनर्जी भी सौरव को अपना खास बताने में हमेशा आगे रहती आई हैं।