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दिल्ली डॉक्टर सुसाइड : पूछताछ में आरोपी नहीं कर रहे सहयोग, पुलिस ने फाइनेंस कंपनी से मांगी डिटेल

दक्षिणी दिल्ली के नेव सराय थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए डॉक्टर सुसाइड मामले में विधायक पुलिस पूछताछ में सहयोग से कतरा रहे हैं।

नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के नेव सराय थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए डॉक्टर सुसाइड मामले में विधायक पुलिस पूछताछ में सहयोग से कतरा रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने अब परिजनों के आरोपों को पुष्ट करने के लिए एक फाइनेंस कंपनी को पत्र लिखकर डिटेल्स मांगी हैं। साथ ही पुलिस ने 4 ऐसे गवाहों को भी खोजा है जो, आगे की कानूनी कार्यवाही में बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि, आम आदमी पार्टी विधायक प्रकाश जरवाल और उसका साथी कपिल नागर चार दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस कस्टडी (रिमांड) में दोनो आरोपी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसकी पुष्टि खुद डीसीपी दक्षिणी जिला अतुल कुमार ठाकुर ने की है।


डॉ. राजेंद्र सिंह भाटी ने 18 अप्रैल 2020 को घर में ही आत्महत्या कर ली थी। बाद में उनके बेटे ने विधायक जरवाल और उसके साथी पर पिता को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। नेव सराय थाने में मामला दर्ज करने बाद से ही पुलिस दोनो आरोपियों की तलाश कर रही थी।

रिमांड अवधि के दौरान पुलिस को उम्मीद थी कि, आरोपियों को पूछताछ में काफी कुछ हासिल हो जायेगा। हालांकि दोनो ही पुलिस की मदद करने को राजी नही हैं।


डीसीपी के मुताबिक, “हमारी टीमें दोनो आरोपियों के सामने जो भी सवाल या पहले से मौजूद सबूत रख रहे हैं, दोनो उसे ही मानने से इंकार कर दे रहे हैं। हमने एक फाइनेंस कंपनी को भी पत्र लिखा है. ताकि परिवार वालों ने डॉ. राजेंद्र सिंह द्वारा सोना गिरवी रखकर कर्ज लेने की जो बात कही, उसकी पुष्टि हो सके।”

पुलिस के मुताबिक, फिलहाल दोनो आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद से कुछ गवाह काफी सहयोग कर रहे हैं। इन गवाहों में एक शख्स वो भी है जो कई बार विधायक और डॉक्टर राजेंद्र सिंह भाटी के बीच हुई बातचीत का चश्मदीद है। हांलांकि पुलिस अभी गवाहों से संबंधित कोई जानकारी सार्वजनिक करना नहीं चाहती है। इससे आरोपी, गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं।


उल्लेखनीय है कि आत्महत्या कर लेने वाले डॉक्टर के परिजनों ने पुलिस को डॉक्टर और विधायक के बीच की बातचीत के कुछ ऑडियो क्लिप भी दिये हैं। इन क्लिप्स में मौजूद आवाज पीड़ित और आरोपी की ही है, इसकी जांच लैबोरेट्री में कराये जाने के लिए भेज दी गयी है।