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SSR Death Case: सुशांत केस की सुब्रमण्यम स्वामी ने PMO से मांगी थी जानकारी, CBI ने भेजी स्टेट्स रिपोर्ट, जानिए क्या है खास…

SSR case: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बताया है कि सुशांत सिंह राजपूत(Sushant Singh Rajput) की मौत के केस में सभी संबंधित गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं, ताकि शिकायतकर्ता, उनके पारिवारिक सदस्य और स्वतंत्र सूत्रों की ओर से उठाए गए सभी संदेहों पर गौर कर उसका निदान किया जा सके।

नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत मामले में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से इस संबंध में जानकारी मांगी थी। बता दें कि स्वामी ने इस मामले को लेकर पीएमओ को एक पत्र लिखा था, और जांच की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी थी। अब स्वामी के पत्र पर सीबीआई ने पीएमओ को एक स्टेट्स रिपोर्ट भेजी है। गौरतलब है कि 30 दिसंबर को स्वामी को भेजे गए जवाब में सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि, केंद्रीय एजेंसी पूरी गहनता और पूरे पेशेवर ढंग से सुशांत सिंह मामले की जांच कर रही है। इसके लिए आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। मौत के सभी पहलुओं पर जांच के दौरान विचार किया जा रहा है और किसी भी एंगल को भी अभी किसी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता। एजेंसी का कहना है कि इस मामले में अभी हर दृष्टिकोण पर गौर किया जा रहा है।

Subramanian Swami

गौरतलब है कि इस मामले को लेकर महाराष्ट्र और बिहार सरकार में ठन गई थी। बिहार सरकार ने इस मामले की जांच की सीबीआई से करवाने की सिफारिश केंद्र को भेजी थी। जिसके बाद इसे सीबीआई के हवाले कर दिया गया था। इसमें ड्रग्स और पैसे की लेन देन की बात सामने आने के बाद ईडी और एनसीबी ने भी इस मामले की जांच की।

SWAMI Letter

वहीं अब सुब्रमण्यम स्वामी के पूछने पर जांच एजेंसी (CBI) ने कहा, जांच के दौरान आधुनिक मोबाइल फोरेंसिक उपकरणों जिनसे डिजिटल उपकरणों का महत्वपूर्ण डेटा निकालकर उनका विश्लेषण किया जाना संभव हो सका। मामले में संबंधित मोबाइल टॉवरों के बेकार हो चुके डेटा का भी गहन अध्ययन किया गया है।

SWAMI Letter1

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बताया है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के केस में सभी संबंधित गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं, ताकि शिकायतकर्ता, उनके पारिवारिक सदस्य और स्वतंत्र सूत्रों की ओर से उठाए गए सभी संदेहों पर गौर कर उसका निदान किया जा सके। इस मामले में बेहद गहराई से और व्यापक स्तर पर जांच की गई है। किसी भी पहलू को नजरंदाज नहीं किया जा रहा।