Video: चुनाव से पहले सिद्धू के करीबी मोहम्मद मुस्तफा की धमकी, कहा- ऐसे हालात पैदा करूंगा कि संभालना मुश्किल हो जाएगा
उन्होंने कहा कि अगर दोबारा मेरी रैली के पास किसी और की रैली को इजाजत दी गई तो मैं ऐसे हालात पैदा करूंगा कि संभालने मुश्किल हो जाएंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे अपने विवादित बयानों के आयाम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, मां की कमस खा के कहता हूं, इनका कोई जत्था नहीं बठेगा। मैं कौमी सिपाही हूं।
नई दिल्ली। मसला सियासी हो या गैर-सियासी…मौसम चुनावी हो या गैर-चुनावी…शख्त भी गैर-सियासी हो या सियासी…लेकिन कुछ लोगों को किसी न किसी मसले पर विवादित बयानों की बारिश करने की फितरत रहती है और ऐसे वक्त में जब चुनाव मुहाने पर दस्तक देने पर आमादा हो चुके हैं, तो ऐसे लोगों के जुबां से निकलने वाले विवादित बयानों का सैलाब अपने उफान पर पहुंच जाता है। कुछ ऐसे ही विवादित बयानों ने पंजाब की सियासत में उबाल लाकर रख दिया है। बता दें कि मलेरकोटला से कांग्रेस उम्मीदवार और कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के पति मोहम्मद मुस्तफा का विवादित बयान सामने आया।
पंजाब: नवजोत सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार और मलेरकोटला से कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद मुस्तफा ने दिया विवादित बयान, कहा- ‘मेरी रैली के आसपास किसी और की रैली हुई तो ऐसे हालात पैदा कर दूंगा कि संभालना मुश्किल हो जाएगा’ pic.twitter.com/JOtDPeUE77
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) January 22, 2022
उन्होंने कहा कि अगर दोबारा मेरी रैली के पास किसी और की रैली को इजाजत दी गई तो मैं ऐसे हालात पैदा करूंगा कि संभालने मुश्किल हो जाएंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे अपने विवादित बयानों के आयाम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, मां की कमस खा के कहता हूं, इनका कोई जत्था नहीं बठेगा। मैं कौमी सिपाही हूं। मैं आरएसएस का एजेंड नहीं हूं, जो डरकर घर में घुस जाऊंगा। अभी उनके इस बयान का वीडियो अभी सोशल मीडिया की दुनिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं।
हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब उन्होंने इस तरह का बयान दिया हो, बल्कि इससे पहले भी वे इस तरह के बयान देकर विवादों में आ चुके हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि मोहम्मद मुस्तफा पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के रणनतीकि सलाहकार हैं। चुनावी गतिविधियों को लेकर वे सिद्धू राय-मश्विरा दिया करते हैं। चुनाव से पहले दिए गए इस तरह के बयानों ने पंजाब की सियासत का पारा गरमा दिया है। बता दें कि पंजाब में आगमी 10 फरवरी से विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। सूबे के तमाम सियासी दलों के सूरमा अपनी जीत दर्ज करवाने हेतु पूरी जोर आजमाइश करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे इस चुनावी दंगल में कौन सा सियासी स सूरमा अपना विजयी पताका फहराने में कामयाब हो पाता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।